श्रीनगर से कन्याकुमारी तक दौड़ रहे जवान का जालंधर में स्वागत, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाने की है चाहत
भारतीय सेना के जवान नायक वेलू पी का श्रीनगर से वाया पठानकोट जालंधर पहुंचने पर जालंधर मिलिट्री अस्पताल कमांडेंट ब्रिगेडियर वी आनंद कमांडेंट और सभी रैंक की तरफ से स्वागत किया गया। उन्होंने श्रीनगर से कन्याकुमारी तक अल्ट्रा मैराथन शुरू किया है।
जालंधर, जेएनएन। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाने के लिए श्रीनगर से कन्याकुमारी तक अल्ट्रा मैराथन शुरू करने वाले भारतीय सेना के जवान नायक वेलू पी का श्रीनगर से वाया पठानकोट जालंधर पहुंचने पर जालंधर मिलिट्री अस्पताल कमांडेंट, ब्रिगेडियर वी आनंद, कमांडेंट और सभी रैंक की तरफ से स्वागत किया है।
50 दिनों के भीतर 4300 किलोमीटर की दौड़ पूरी करने के लिए अल्ट्रा मैराथन करने वाले नाइकवेलु पी का जन्म 21 अप्रैल 1991 को कृष्णगिरि (तमिलनाडु) में हुआ और दिसंबर 2011 आर्मी मेडिकल कोर में भारतीय सेना में शामिल हुए। उन्होंने श्रीनगर से कन्याकुमारी तक अल्ट्रा मैराथन शुरू किया है और प्रतिदिन 80-100 किलोमीटर की औसत दूरी तय करके 480 किलोमीटर की दूरी जालंधर तक पूरी की है। उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक की 4,300 किलोमीटर की इस विशाल दूरी को कवर करके नया रिकॉर्ड बनाने की ठानी है। वह 60 पैरा फील्ड अस्पताल में एक नर्सिंग सहायक के रूप में सेवा कर रहे है और एक अल्ट्रा-मैराथनर है जो 50 दिनों के भीतर लगभग 4,300 किलोमीटर की दूरी के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक दौड़ लगाकर गिनीज विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास कर रहे है।
अल्ट्रा-मैराथनर ने बताया कि उनका वर्तमान रन "एक राष्ट्र एक भावना" के आदर्श वाक्य के साथ है। इसके अलावा पिछले साल जून में उन्होंने केवल 17 दिनों में 1600 किलोमीटर पूरा करने वाले पहले भारतीय अल्ट्रा-मैराथन-धावक बने थे। वह पिछले चार वर्षों से लंबी दूरी के रन में एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सितंबर 2021 में वह रोमानिया में एक विश्व चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वज्र कोर के सभी रैंकों ने उन्हें भविष्य के कार्यक्रमों में सफलता की कामना की।
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