अस्पतालों में हंगामा करने वालों के खिलाफ डाक्टरों ने जताया रोष
निजी अस्पतालों में हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सदस्यों ने शुक्रवार को रोष व्यक्त किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : निजी अस्पतालों में हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सदस्यों ने शुक्रवार को रोष व्यक्त किया। डाक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर अस्पतालों में मरीजों का इलाज किया। शुक्रवार को आईएमए हाउस में डाक्टरों ने सबसे पहले बैठक की और केंद्र सरकार की डाक्टर विरोधी नीतियों का विरोध किया।
आईएमए के नेशनल उपप्रधान डा. नवजोत सिंह दहिया ने बताया कि डाक्टरों को शरारती तत्वों के हमलों से सुरक्षित करने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए।
आईएमए स्थानीय इकाई के प्रधान डा. अमरजीत सिंह ने बताया कि देश में 754 डाक्टर कोरोना का इलाज करते हुए बीमारी की चपेट में आकर मारे गए। उनकी आर्थिक मदद भी की जानी चाहिए। आईएमए फीमेल फोरम की चेयरपरसन डा. जैसमीन कौर दहिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि आईएमए को वाजिब दरों पर 50 फीसदी वैक्सीन मुहैया करवाई जाए। उधर, सेक्रेड हार्ट अस्पताल में भी सिस्टर ग्रेस की अगुवाई में डाक्टरों व स्टाफ ने हाथ में तख्तियां पकड़ कर प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री के नाम जिला व पुलिस प्रशासन, विधायकों व सांसदों को ज्ञापन भी दिए। इस मौके पर डा. राकेश विग, डा. नरेश बाठला, डा. जेपी सिंह, डा. एसपीएस ग्रोवर तथा डा. दीपक चावला डा. गगनदीप सिंह, डा. दीपाली लूथरा, डा. अनुरुद्ध कपूर, डा. गगनदीप सिंह, डा. रुपिदर भार्गव आदि मौजूद थे।