एक्सपोर्टर्स व शि¨पग एजेंट की गलतियों से नहीं मिल रहा आइजीएसटी रिफंड
शि¨पग एजेंट, एक्सपोर्टर्स व शि¨पग लाइन की गलतियों के कारण आइजीएसटी का रिफंड रिलीज होने में देरी हो रही है। एक्सपोर्टर्स द्वारा जीएसटी रिटर्न व ईजीएम (एक्सपोर्ट जनरल मैनीफेस्ट) सही नहीं भरा जा रहा है। इससे रिफंड नहीं मिल रहा है। मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस ने चीफ कमिश्नर ऑफ कस्टम, चीफ कमिश्नर ऑफ सेंट्रल टैक्स, सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइड एंड कस्टम को सोमवार को एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें लिखा है कि शि¨पग एजेंट, एक्सपोर्टर्स, शि¨पग लाइन व ईजीएम सही तरह से न भरने की वजह से आइजीएसटी का रिफंड रिलीज नहीं हो रहा है। इससे एक्सपोर्टर्स को रिफंड आने में देरी हो रही है। हालांकि कुछ को रिफंड मिला है।
-रिफंड नहीं मिलने को लेकर मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस ने जारी किया सर्कुलर
-एक्सपोर्टर्स ईजीएम को ऑनलाइन सही ढंग से नहीं भर रहे कमल किशोर, जालंधर
शि¨पग एजेंट, एक्सपोर्टर्स व शि¨पग लाइन की गलतियों के कारण आइजीएसटी का रिफंड रिलीज होने में देरी हो रही है। एक्सपोर्टर्स द्वारा जीएसटी रिटर्न व ईजीएम (एक्सपोर्ट जनरल मैनीफेस्ट) सही नहीं भरा जा रहा है। इससे रिफंड नहीं मिल रहा है।
मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस ने चीफ कमिश्नर ऑफ कस्टम, चीफ कमिश्नर ऑफ सेंट्रल टैक्स, सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइड एंड कस्टम को सोमवार को एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें लिखा है कि शि¨पग एजेंट, एक्सपोर्टर्स, शि¨पग लाइन व ईजीएम सही तरह से न भरने की वजह से आइजीएसटी का रिफंड रिलीज नहीं हो रहा है। इससे एक्सपोर्टर्स को रिफंड आने में देरी हो रही है। हालांकि कुछ को रिफंड मिला है।
गौर हो कि जीएसटी लॉ में लिखा है कि एक्सपोर्टर्स को एक सप्ताह के भीतर 90 प्रतिशत रिफंड रिलीज किया जाएगा। दस प्रतिशत रिफंड तीन महीने के अंदर देने की बात है। लेकिन जुलाई से अब तक एक्सपोर्टर्स को आइजीएसटी का रिफंड नहीं मिल रहा था। एक्सपोर्टर्स की कैपिटल मनी जीएसटी रिटर्न भरने में लग चुकी है। शहर के एक्सपोर्टर्स का करीब 300 करोड़ रुपये का आइजीएसटी रिफंड रुका पड़ा है। शहर के इंजीनिय¨रग गुड्स व लेदर गुड्स को मिलाकर इंडस्ट्री करीब 4000 करोड़ रुपये का कारोबार करती है। आइजीएसटी का रिफंड रिलीज न होने की वजह से एक्सपोर्ट पांच से आठ प्रतिशत प्रभावित हुई है। इन गलतियों के कारण नहीं मिल रहा रिफंड
-आइजीएसटी का रिफंड लेने के लिए जीएसटीआर-तीन, जीएसटी 3बी व ईजीएम को इकट्ठा फाइल नहीं कर रहे हैं।
-एक्सपोर्टर्स ईजीएम को शि¨पग हार्ड कापी के माध्यम से भर रहे हैं।
-माल को शि¨पग करते समय पोर्ट कोड गलत लिखा होता है।
-पोर्ट कोड गलत होने से कंटेनर मिस मैच हो रहे हैं। रिफंड लेने के लिए इन बातों का ध्यान रखें
-एक्सपोर्टर्स रिफंड लेने के लिए जीएसटी रिटर्न-तीन, जीएसटी 3बी, ईजीएम को इकट्ठा भरें।
-ईजीएम को ऑनलाइन भरें।
-अगर शि¨पग करते समय कंटेनर मिस मैच हो रहे हैं तो कंटेनर डिपू से मिस मैच सही करवा सकते हैं।
-शि¨पग लाइन ईजीएम इलेक्ट्रॉनिक नहीं भरी है तो सप्लीमेंटरी जरूर भरें।
-ऑनलाइन ईजीएम न भरने वालों को पेनाल्टी लग सकती है।
-माल की शि¨पग करते समय पोर्ट का कोर्ड सहीं डालें।
-शि¨पग व कस्टम संबंधी समस्या आती है तो सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एवं टैक्टेशन विभाग से संपर्क करें। कंटेनर मिस मैच हो रहे थे
ईईपीसी के डिप्टी डायरेक्टर ओ¨पदर ¨सह ने कहा कि शि¨पग एजेंट, एक्सपोर्टर्स व शि¨पग लाइन की गलतियों के कारण आइजीएसटी का रिफंड रिलीज होने में देरी हो रही है। ईजीएम इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन तरीके से न भरने के कारण रिफंड देने में ऐरर आ रहा था। कंटेनर मिस मैच हो रहे थे। एक्सपोर्टर्स अगर ईजीएम इलेक्ट्रोनिक ढंग से नहीं भरता है तो पेनल्टी का प्रावधान है। हालांकि कुछ एक्सपोर्टर्स को आइजीएसटी का रिफंड रिलिज हुआ है। रिफंड रिलीज हो रहा है
जेएमपी इंडस्ट्री के एमडी बलराम कपूर ने बताया कि आइजीएसटी रिफंड प्रक्रिया को समझने में समय लगता है। कुछ एक्सपोर्टर्स का रिफंड रिलीज हो रहा है। रिफंड में देरी का कारण रिटर्न भरने के साथ-साथ शि¨पग लाइन से भी दिक्कत आ रही थी। गलतियों को समझना होगा
रबर फुटवियर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान नीरज अरोड़ा ने बताया कि कुछ एक्सपोर्टर ने गलतियों को समझ कर आइजीएसटी सही ढंग से भरना शुरू किया है। राज्य सरकार को चाहिए स्टेट का जीएसटी रिफंड जल्द रिलीज करे, ताकि राज्य की इंडस्ट्री का कारोबार सरवाइव हो सकें।