बेसहारा पशुओं की देखभाल व उनसे नुकसान पर मानवाधिकार आयोग ने रिपोर्ट की तलब
शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या गंभीर होती जा रही है।स़डकों पर बैठे इन पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे है। प्रशासन द्वारा इस समस्या का अभी तक कोई हल नहीं किया गया है।
जालंधर, जेएनएन : राज्य में बेसहारा पशुओं की देखभाल, उनसे हो रहे नुकसान और काउ सेस (गो कर) के इस्तेमाल पर पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग ने एसएसपी, डीसी व लोकल गवर्नमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से रिपोर्ट तलब की है। यह आदेश पूर्व राज्य सभा सांसद अविनाश राय खन्ना की शिकायत पर दिया गया है। जिसमें पूर्व सांसद ने कहा था कि पंजाब सरकार द्वारा जारी निर्देशों का जमीनी स्तर पर पालन नहीं हुआ, जिससे बेसहारा पशुओं की वजह से सड़क हादसे, फसलों का नुकसान आदि हो रहे हैं।
उन्होंने आयोग से कार्रवाई करने की मांग की थी, जिसकी सुनवाई करते हुए आयोग के सदस्य जस्टिस आशुतोष मोहंता व अविनाश कौर ने यह आदेश जारी किए। मामले की अगली सुनवाई 9 अक्टूबर तय की गई है।
किससे क्या जवाब मांगा
-एसएसपी से रिपोर्ट मांगी गई है कि अगर उन्होंने बेसहारा पशुओं को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की अगुआई में कोई कमेटी बनाई है तो उसकी जानकारी दें।
- डीसी से रिपोर्ट मांगी गई है कि बेसहारा पशुओं की जिंदगी व जीवनयापन के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं। क्या इसके लिए कोई अधिकारिक कमेटी बनाई गई है। अगर हां, तो इस कमेटी से जुड़े अधिकारियों व सदस्यों के बारे में जानकारी दी जाए। साथ में इनकी बैठक कब हुई है, इसकी भी जानकारी दी जाए। यह भी पूछा गया है कि क्या उनके जिले में सरकारी स्तर पर अलॉट जमीन में कोई गोशाला बनाई गई है।
- लोकल बॉडीज के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से राज्य में बेसहारा पशुओं की संख्या, बेसहारा पशुओं की वजह से हुए हादसों की जानकारी के साथ अब तक इकट्ठा हुए काउ सेस व उसके इस्तेमाल के बारे में बताने को कहा गया है। साथ ही यह भी बताने को कहा है कि अब तक कितने किसान और उनकी फसल बेसहारा पशुओं की वजह से प्रभावित हुई है।