पंजाब के हॉकी उद्यमियों के चेहरे खिले, पाकिस्तानी उत्पादों पर 200 फीसद इंपोर्ट ड्यूटी ने यूं बढ़ाए अवसर
पहले पाकिस्तान से इंपोर्ट होने वाली हॉकी जालंधर में 1000 से 4000 रुपये में बिकती थी। अब दौ सौ प्रतिशत ड्यूटी लगने से एक हजार रुपये वाली स्किट तीन हजार में पड़ेगी।
जालंधर [कमल किशोर]। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की ओर से पाकिस्तान से इंपोर्ट होने वाले उत्पादों पर 200 प्रतिशत ड्यूटी लगाने का कदम स्थानीय खेल उद्यमियों के लिए नए अवसर लेकर आया है। एक ओर जहां ड्यूटी लगने के बाद राज्य की स्पोट्र्स इंडस्ट्री का कारोबार प्रभावित हुआ है तो दूसरी ओर खेल उत्पाद तैयार करने वाले मैन्यूफैक्चर्स के लिए अवसर बढ़े है। कारण, दो महीने में एक भी स्पोर्ट्स की कंसाइनमेंट पाकिस्तान से नहीं पहुंची है। पाकिस्तान से उत्पाद न आने से कंपोजिट हॉकी तैयार करने वाले निर्माताओं को फायदा हुआ है। ड्यूटी लगाए जाने के बाद हॉकी निर्माताओं के कारोबार में दस प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
इससे पहले पाकिस्तान से इंपोर्ट होने वाली हॉकी जालंधर स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में 1000 से 4000 रुपये में बिकती थी। अब दौ सौ प्रतिशत ड्यूटी लगने से एक हजार रुपए वाली स्किट तीन हजार रुपए में मिलेगी। उद्यमियों का कहना है कि पाकिस्तान से पचास प्रतिशत कंपोजिट हॉकी इंपोर्ट होती है। पचास प्रतिशत लोकल इंडस्ट्री के उद्यमी निर्माण करते हैं। ड्यूटी लगने से पाकिस्तान से हॉकी इंपोर्ट नहीं हो रही है। इसका फायदा लोकल इंडस्ट्री को हो रहा है।
32 सौ करोड़ का है कारोबार
पंजाब, दिल्ली व मेरठ की खेल इंडस्ट्री का सालाना करीब 3200 करोड़ का कारोबार है। इसमें 15 प्रतिशत ही हिस्सेदारी पाकिस्तान की है। पाकिस्तान के सियालकोट में हॉकी व फुटबॉल मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री है। यहां सस्ते फुटबॉल, इंगलिश विलो बैट और क्रिकेट गुड्स तैयार होते हैं और दुनिया भर में बेचे जाते हैं। ड्यूटी लगने से यहां इंपोर्ट बंद हो गया है जिससे लोकल इंडस्ट्री के कारोबार में बीस प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
कंपोजिट हॉकी तैयार करने वाली इंडस्ट्री के कारोबार में पचास फीसद बढ़ोतरी
राज्य में चार कंपोजिट हॉकी की इंडस्ट्री हैं। पुलवामा घटना से पहले चारों इंडस्ट्री में 800 हॉकी रोजाना तैयार होती थी। अब 2000 हॉकी तैयार हो रही हैं। दो महीने में कंपोजिट हॉकी स्टिक का पचास प्रतिशत कारोबार बढ़ा है। लोकल स्तर पर हॉकी की डिमांड बढ़ी है। पाकिस्तान से इंपोर्ट हुई हॉकी 800 से 4000 की कीमत है। राज्य में यही हाकी 500 से 2000 के बीच तैयार हो रही है। लोकल इंडस्ट्री के कारोबार के अवसर बढ़ गए हैं।
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पाकिस्तान से इंपोर्ट होने वाले खेल गुड्स पर दो सौ प्रतिशत ड्यूटी लगने से राज्य इंडस्ट्री के कारोबार में बीस प्रतिशत कारोबार में बढ़ोतरी हुई है। हॉकी का कारोबार पचास प्रतिशत बढ़ा है। राज्य इंडस्ट्री के लिए कारोबार के अवसर पैदा हुए हैं। -विपिन प्रिंजा, एमडी, मार्शल एक्सपोर्ट्स।
पाकिस्तान से इंपोर्ट होने वाले खेल उत्पाद पर लगी दौ सौ प्रतिशत ड्यूटी से राज्य की इंडस्ट्री के कारोबार के अवसर बढ़ेंगे। हॉकी के आर्डर मिलने शुरु हुए है। अगर जालंधर में बेहतर तकनीक आ जाए तो राज्य की इंडस्ट्री दूसरे देशों के उत्पाद को टक्कर दे सकते है। -संजय कोहली, एमडी रक्षक कोहली।