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Punjab Vegetable Prices: बिगड़ा रसोई का बजट; टमाटर, प्याज और मटर के बाद सभी सब्जियों के दाम बढ़े

सब्जी मंडी में टमाटर प्याज तथा मटर के बाद लगभग सभी सब्जियों ने आंखे तरेर ली हैं। सब्जियों के दामों में इजाफा चंद दिनों में ही हुआ है। मटर और टमाटर को छोड़कर 20 दिनों के बाद अन्य सब्जियों के दाम कम हो सकते हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 11:38 AM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 11:38 AM (IST)
Punjab Vegetable Prices: बिगड़ा रसोई का बजट; टमाटर, प्याज और मटर के बाद सभी सब्जियों के दाम बढ़े
पंजाब के व्यापारियों ने अब अफगानिस्तान से प्याज मंगवाना शुरू किया है। सांकेतिक चित्र।

शाम सहगल, जालंधर। सब्जियों के दामों में भारी इजाफे ने लोगों की रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है। दामों में जल्द गिरावट ना हुई तो त्योहारों की खरीदारी भी प्रभावित हो सकती है। सब्जी मंडी में टमाटर, प्याज तथा मटर के बाद लगभग सभी सब्जियों ने आंखे तरेर ली हैं। सब्जियों के दामों में इजाफा चंद दिनों में ही हुआ है। विशेषज्ञों की मानें तो मटर और टमाटर को छोड़कर 20 दिनों के बाद अन्य सब्जियों के दाम कम हो सकते हैं। कारण, पंजाब के व्यापारियों ने महाराष्ट्र से मंगवाए जा रहे हैं प्याज के दामों में भारी उछाल के बाद अफगानिस्तान का रुख किया है। सब कुछ ठीक रहा तो अगले सप्ताह अफगानिस्तान से प्याज की भारी आमद मंडियों में शुरू हो जाएगी, जिससे प्याज के दामों में गिरावट होनी तय है।

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दरअसल, सितंबर के मध्यांतर से लेकर अभी तक अधिकतर सब्जियों के दामों में दोगुना से अधिक का इजाफा दर्ज किया गया है। टमाटर से लेकर प्याज तथा अदरक से लेकर लहसुन तक के दामों में भारी इजाफे ने भाजी का स्वाद फीका कर दिया है तो लोगों के रसोई का बजट भी गड़बड़ा गया है।

बेमौसम बारिश से प्रभावित हुई सब्जियों की फसल

इस बारे में सब्जी के थोक कारोबारी अजय बजाज बताते हैं कि मानसून सीजन के बाद बेमौसम बारिश तथा तेज आंधी के चलते हैं सब्जियों की फसल प्रभावित हुई है। लोकल में जो सब्जी लगभग पकने को तैयार थी वह मूसलाधार बारिश तथा तेज आंधी के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुई है। इसका असर खासकर टमाटर पर पड़ा है। लोकल टमाटर का विकल्प ना होने के चलते अन्य राज्यों से माल मंगवाने के कारण फिलहाल लोगों को महंगाई की मार झेलनी होगी।

हिमाचल से मंगवाई जा रही सब्जियां, बढ़ रहा खर्च

इस बारे में सब्जियों के थोक विक्रेता महेंद्र सिंह बताते हैं कि लोकल फसल सब्जियों की लोकल फसल बेमौसम बारिश के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुई है। जिसके चलते अधिकतर सब्जियों हिमाचल से मंगवाई जा रही है जिसमें टमाटर हिमाचल के सोलन से खरीदा जा रहा है। इस बीच परिवहन खर्च तथा बिक्री के दौरान पढ़ने वाले अन्य खर्चों के चलते सभी सब्जियां महंगी हो चुकी हैं।

अगले 20 दिनों में मिल सकती है कुछ राहत

प्याज की आपूर्ति करने के लिए अफगानिस्तान से अगले सप्ताह माल की आमद की संभावना है। इसी तरह सीजन की कई सब्जियां करीब 20 दिन बाद तैयार हो जाएंगी। जिसके बाद दामों में गिरावट की संभावना है।

सितंबर के मध्यांतर से लेकर अब तक दामों में अंतर (प्रति किलो में)

सब्जी                 पहले                 अब

टमाटर                20 रु                60 रु

मटर                   60 रु               130 रु

शिमला मिर्च         60 रु               80 रु

गाजर                  30 रु                40 रु

खीरा                  30 रु                 60 रु

फलियां               40 रु                  80 रु

प्याज                  20 रु                 35 से 40 रु

बैंगन                  30 रु                   60 रु

तौरी                    30 रु                  40 रु

भिंडी                   30 रु                   50 रु


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