घटिया क्वालिटी के हेलमेट पहना निकलवाइ रैली, बीएमसी चौक से लौट आई
आरटीए में बुधवार को घटिया हेलमेट पहनाकर रैली निकलवाई गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत जागरूकता के नाम पर रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी यानि आरटीए में बुधवार को घटिया हेलमेट पहनाकर रैली निकलवाई गई। जो हेलमेट देखने में सही थे, वो आईएसआई मार्का नहीं थे। यह रैली आरटीए दफ्तर से शुरू हुई। जिसे डीसी दफ्तर के गेट एक से आरटीए सेक्रेटरी नयन जस्सल ने हरी झंडी दिखाई। यहां से निकलकर रैली बीएमसी चौक तक गई और फिर वापस लौट आई। इसके बाद रैली में शामिल सभी महिलाओं से हेलमेट वापस ले लिए गए। अब इन्हें वीरवार को बांटने की तैयारी है।
तकरीबन आधे घंटे के कार्यक्रम के बाद डीसी दफ्तर के बाहर लगाया टेंट भी समेट लिया गया। मंगलवार को भी आरटीए दफ्तर का सड़क सुरक्षा सप्ताह बीएमसी चौक पर जागरूकता के नाम पर सिर्फ फोटो खिचवाने तक ही सीमित था। इस बारे में आरटीए की सेक्रेटरी नयन जस्सल को फोन किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। वहीं, इस बारे में एडीसीपी ट्रैफिक गगनेश कुमार ने कहा कि ऐसे हेलमेट पहनने पर भी चालान तो नहीं काटा जाता लेकिन लोगों को अच्छी क्वालिटी के हेलमेट पहनने चाहिए, ताकि अगर कोई हादसा हुआ तो सिर का बचाव हो सके। गंभीरता से काम करें अफसर : राहुल
इस बारे में पंजाब रोड सेफ्टी कौंसिल के राहुल वर्मा ने कहा कि दोपहिया वाहन चालक को आईएसआइ मार्का या बीआइएस के हिसाब से हेलमेट पहनना जरूरी है। ऐसे हेलमेट का कोई फायदा नहीं, जो इसके मानदंडों को पूरा नहीं करता। यहां तक कि लुधियाना जैसे शहर में पुलिस कमिश्नर ने धारा 144 के तहत आदेश जारी कर नॉन आईएसआइ मार्का हेलमेट को बेचने पर भी रोक लगा रखी है। खुद पंजाब पुलिस की चालान बुक में 66 नंबर ऑफेंस में यह दर्ज है कि बिना ऐसे स्टैंडर्ड वाले हेलमेट का चालान काटा जाएगा। सड़क सुरक्षा सप्ताह की खानापूर्ति के बजाय अफसरों को गंभीरता से इस काम को करना चाहिए।