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स्वाइन फ्लू से बचना है तो हाथ मिलाने से करें परहेज, सिर्फ नमस्ते की करें

स्वाइन फ्लू तेजी से राज्य के विभिन्न जिलों में पैर पसार रहा है। स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों के बाद से लोगों में दहशत का माहौल है।

By Edited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 01:18 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 01:18 AM (IST)
स्वाइन फ्लू से बचना है तो हाथ मिलाने से करें परहेज, सिर्फ नमस्ते की करें
स्वाइन फ्लू से बचना है तो हाथ मिलाने से करें परहेज, सिर्फ नमस्ते की करें

जेएनएन, जालंधर। स्वाइन फ्लू तेजी से राज्य के विभिन्न जिलों में पैर पसार रहा है। स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों के बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। मामूली खांसी, नजला व जुकाम के लक्षण आते ही उन्हें स्वाइन फ्लू का डर सताने लगता है। अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के लक्षणों वाले मरीजों की भीड़ है। थोड़ी सी सावधानी बरतने से स्वाइन फ्लू से बचाव संभव है, दहशत के माहौल को शांत करना संभव है। स्वाइन फ्लू से बचाव करना है तो इन दिनों एक-दूसरे हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते करें। दैनिक जागरण के सिटी कार्यालय में हेलो जागरण के दौरान सेहत विभाग के जिला एपीडोमोलॉजिस्ट डॉ. सतीश कुमार ने स्वाइन फ्लू को लेकर पाठकों के सवालों के जवाब दिए।

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सवाल : डाॅक्टर साहिब मुझे बताएं कि स्वाइन फ्लू कैसे होता है?

जवाब : इसके लक्षण सीजनल फ्लू की तरह ही हैं। यह लोगों में एक-दूसरे के संपर्क में आने से होता है। बीमारी का वायरस हवा में रहता है और कमजोर प्रतिरोधक शक्ति वाले लोगों को निशाना बनाता है।

सवाल: इसका ईलाज खासा मंहगा है। ऐसे में सेहत विभाग ने क्या कदम उठाए हैं?

जवाब: सेहत विभाग की ओर से जिला व सब डिवीजनल स्तर के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा स्वाइन फ्लू कार्नर बनाए गए है, जहां मरीज सीधे जाकर जांच करवाकर इलाज शुरू कर सकते हैं। सरकारी अस्पतालों में इसके ईलाज की सुविधा मुफ्त है।

सवाल: साधारण फ्लू और स्वाइन फ्लू में क्या अंतर है?

जवाब: सीजनल फ्लू व स्वाइन फ्लू के लक्षण एक जैसे है। स्वाइन फ्लू का वायरस पहले सूअर से आया था। अब साधारण फ्लू का ही बिगड़ा हुआ रूप है। नतीजतन नजला, जुकाम, बुखार, सांस फूलना व शरीर में दर्द जैसे लक्षण सामने आते ही लोगों के दिमाग में सबसे पहले स्वाइन फ्लू का सवाल उठता है।

सवाल: स्वाइन फ्लू की पुष्टि करने के लिए लोगों को क्या करना चाहिए?

जवाब: स्वाइन फ्लू का टेस्ट साधारण लैबोरेटरी में नही किया जाता है। टेस्ट को लेकर लोगों को गुमराह नही होना चाहिए। निजी व सरकारी अस्पताल में दाखिल होने पर विशेष तकनीक से मरीज की लार के सैंपल लेकर पीजीआइ चंडीगढ़ व दिल्ली में भेजे जाते है।

सवाल: स्वाइन फ्लू के दौरान खाने में क्या कोई परहेज रखना चाहिए?

जवाब: खट्टे, तले व ज्यादा मिर्च-मसाले वाली चीजों से परहेज रखना चाहिए। इसके अलावा तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। फल और पूरी डाइट लेनी चाहिए।

सवाल: स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?

जवाब: मरीज से कम से कम तीन फीट की दूरी बनाकर रखनी चाहिए। बार-बार साबुन से हाथ धोने चाहिए। खांसी व छींक आने पर मुंह को ढककर रखना चाहिए। भीड़ वाले इलाके में जाने से गुरेज करना चाहिए । ---- इन्होंने पूछे सवाल

सुनील (अर्बन अस्टेट फेज -2), रवि (अर्बन अस्टेट फेज-2), प्रीत (सोढल), सुनीता (शहीद बाबू लाभ ¨सह नगर), परमजीत (घास मंडी), राजेश कुमार (हरदेव नगर)


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