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जालंधर के मां बगलामुखी धाम में कराया हवन यज्ञ, नवजीत भारद्वाज भक्तों से बोले- महान बनने के लिए अच्छे कर्म जरूरी

जालंधर के मां बगलामुखी धाम में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। यह हवन पिछले लगभग 5 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 12:27 PM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 12:27 PM (IST)
जालंधर के मां बगलामुखी धाम में कराया हवन यज्ञ, नवजीत भारद्वाज भक्तों से बोले- महान बनने के लिए अच्छे कर्म जरूरी
मां बगलामुखी धाम में सभी भक्तों ने हवन-यज्ञ में आहुतियां डालीं।

जालंधर, जेएनएन। मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था, इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था। अब यह हवन पिछले लगभग 5 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।

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इस दौरान वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत पंडित पिंटू शर्मा ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाईं। इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि समुद्र का पानी खारा नहीं होता तो उसकी विशालता होती, नदी में कीचड़ नहीं होता तो उसकी निर्मलता होती, गुलाब में अगर कांटे नहीं होते तो उसे स्वर्ण पदक मिल जाता, कोयल का रंग अगर काला नहीं होता तो वह सर्वगुण संपन्न होती, यह सब दोष दृष्टि है अगर मनुष्य में दोषदृष्टि नहीं होती तो वो कभी का भगवान बन जाता। दोषदृष्टि की वजह से मनुष्य भगवान बनने की भूमिका में आगे नहीं बढ पाया। अगर किसी तपस्वी की उसके द्वारा की जा रही तपस्या को देखकर उसके दोषों को देखने लगे तो प्रगाढ अन्तराय कर्मों का बंध होगा तथा भवान्तर में वही कर्म जब उदय में आयेगें तो हमारी तपस्या में बाधक रूप बनेंगे।

नवजीत भारद्वाज ने कहा कि जब तक नकारात्मक सोच का त्याग हम नहीं करेंगे तब तक हमारे जीवन में सुख, शांति का विकास नहीं होगा। जिसके पास सकारात्मक सोच है उसका जीवन प्रसन्नता मय रहता है। सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति बुराइयों में भी अच्छाइयां ढूंढ लेता है। नकारात्मक सोच हमेशा दुखी ही करती है। गुणवान व्यक्ति अपने मन की खिडकी को बंद कर देता है, इसलिए उसके अंतरमन में दोष, बुराइयां रूपी कचरा अंदर प्रवेश नहीं करता है। अपने मन को सुरजमुखी के फूल की तरह बना लो जहां-जहां गुण दिखे वहां-वहां घूम जाओ। हवन यज्ञ के दौरान सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन का खा़स ध्यान रखा गया।  सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर श्रीकंठ जज, सुशील कालीया (काउंसलर), हंसराज राणा, गुलशन शर्मा, संजीव शर्मा, बावा, समीर चोपड़ा, अमरेंद्र कुमार शर्मा, कमल, मुकेश चौधरी, विनोद लूथरा, गौरव कोहली, डा जसबीर अरोड़ा, गुरबाज सिंह, बलजिंदर सिंह, शैंकी, मुनीश शर्मा, रोहित बहल, यज्ञदत्त, हैरी शंकर शर्मा, अमरेंद्र सिंह,पंकज, मंजीत सैनी,राजेश महाजन, मानव शर्मा,बावा खन्ना, मोहित बहल,पुनीत डोगरा, सोनू छाबड़ा, विकास अग्रवाल, राजीव, राजेश महाजन,राजन शर्मा, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, प्रिंस, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, रोहित मल्होत्रा, प्रवीण,दीपक, सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। 


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