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महंगी पड़ेगी धान की भी कटाई, डीजल की कीमत ने मचाई त्राहि

शहरी हलकों के बाद अब पंजाब का कृषि सैक्टर भी तेल की आसमान छूती हुई कीमतों की तपिश झेल रहा है। सूबे के किसानों को अब डीजल की कीमतों में हुई बढ़ौतरी की सीधी मार झेल रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Oct 2018 10:37 AM (IST)Updated: Sat, 13 Oct 2018 11:37 AM (IST)
महंगी पड़ेगी धान की भी कटाई, डीजल की कीमत ने मचाई त्राहि
महंगी पड़ेगी धान की भी कटाई, डीजल की कीमत ने मचाई त्राहि

जासं, जालंधर : शहरी हलकों के बाद अब पंजाब का कृषि सैक्टर भी तेल की आसमान छूती हुई कीमतों की तपिश झेल रहा है। सूबे के किसानों को अब डीजल की कीमतों में हुई बढ़ौतरी की सीधी मार झेल रहे हैं। धान की कटाई शुरू हो चुकी है, जो किसानों को डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के चलते महंगी पड़ रही है। पंजाब के अधिकतर हिस्सों में हाथ से कटाई बंद हो चुकी है और कंबाइन से ही कटाई की जाती है। कटाई के बाद ट्रैक्टर ट्राली पर ही फसल को मंडी ले जाया जाता है और कंबाइन एवं ट्रैक्टर डीजल चालित होने के चलते इन पर आने वाला खर्च बढ़ गया है। वीरवार को जालंधर में डीजल की कीमत 74.40 रुपए प्रति लीटर रही।

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पैट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन (पीपीडीए), पंजाब से प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब की तुलना में हरियाणा में डीजल 1.87 रुपए, जेएंडके में 1.70 रुपए, हिमाचल प्रदेश में 2.42 रुपए और चंडीगढ़ में 3.93 रुपए प्रति लीटर सस्ता है। पंजाब में डीजल की बिक्री पर 17.25 फीसद वैट वसूला जा रहा है, जो तमाम पड़ोसी राज्यों से ज्यादा है। हरियाणा में डीजल पर 13.83 फीसद, जेएंडके में 16.40, हिमाचल प्रदेश में 11.6 वैट वसूला जा रहा है। हैरानीजनक तथ्य है कि चंडीगढ़ में कृषि अधीन क्षेत्र ही नहीं है और वहां डीजल पर क्षेत्र में सबसे कम 9.02 फीसद वैट वसूला जा रहा है।

पंजाब सरकार की तरफ से पेट्रोल की बिक्री पर वैट की दर कम किए जाने को लेकर घोषणा मंगलवार को भी नहीं हो सकी है। यह तीसरा मौका था जब पंजाब सरकार वैट कम करने को लेकर निर्णय नहीं ले सकी। पीपीडीए के प्रवक्ता मौंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि अभी तो धान की कटाई चल रही है और कटाई खत्म होने के बाद ही यह तय किया जा सकेगा कि किसानों को डीाजल की बढ़ी हुई कीमतों से कितना नुकसान हुआ है। कारण यह है कि डीजल का रेट तो डेली प्राइ¨जग फार्मेट के तहत रोजाना बढ़ रहा है। जिस दिन तक धान की कटाई शुरू हुई और जिस दिन खत्म होगी, उन दोनों ही दिनों में डीजल के रेट में भारी अंतर होगा। कटाई के दिनों में ग्रामीण इलाकों में स्थित कई पैट्रोल पंपों से किसान क्रेडिट पर डीजल खरीदते हैं और फसल बिकने के बाद उसकी पेमेंट करते हैं, लेकिन यह तय है कि इस बार किसानों के डीजल बिल में बढ़ोतरी होगी।


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