हंस राज हंस ने 2009 में जालंधर से लड़ा था लोकसभा चुनाव, कांग्रेस के मोहिंदर सिंह केपी से हारे थे
जालंधर से जुड़े हंसराज हंस को उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली से टिकट देने से पंजाब और जालंधर लोकसभा सीट पर क्या असर पड़ेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
जेएनएन, जालंधर। भाजपा ने सूफी गायक हंसराज हंस को उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से टिकट देकर बड़े दलित वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। पंजाब के दोआबा में दलित वोटर ज्यादा हैं। जालंधर से जुड़े हंसराज हंस को उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली से टिकट देने से पंजाब और जालंधर लोकसभा सीट पर क्या असर पड़ेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। दोआबा में 35 फीसद के करीब वोट बैंक दलितों का है। यही कारण है कि राजनीतिक पार्टियां इसी पर फोकस करती आ रही हैं। सूफी गायक वर्तमान में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के वाइस चेयरमैन हैं।
अकाली दल से की थी राजनीतिक जीवन की शुरुआत
बता दें कि हंसराज हंस ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत अकाली दल से की थी। वर्ष 2009 में अकाली दल ने जालंधर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था। कांग्रेस के प्रत्याशी के मोहिंदर सिंह केपी के साथ कड़े मुकाबले में हंसराज को हार का सामना करना पड़ा था। केपी के 408103 वोटों के मुकाबले उन्हें 371658 वोट मिले थे। इसके बाद वर्ष 2014 में हंसराज हंस ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। फिर 2016 में हंसराज हंस भाजपा में शामिल हो गए थे।