पावरकॉम के सरकारी डिफाल्टर, 362.69 करोड़ बकाया
एक से दो वर्ष तक बिल की अदायगी न होने के कारण सरकारी विभाग पावरकॉम की डिफाल्टर सूची में शामिल है।
कमल किशोर, जालंधर : एक से दो वर्ष तक बिल की अदायगी न होने के कारण सरकारी विभाग पावरकॉम की डिफाल्टर सूची में शामिल है। सरकारी विभागों के करोड़ों रुपये के बिल पेंडिग पड़े हुए हैं। विभागों द्वारा बिल की अदायगी न होने की वजह से पावरकॉम ने नोटिस जारी कर दिए हैं। जिनके नोटिस का समय खत्म हो चुका है। उनके कनेक्शन काटे जा रहे है। फिलहाल विभागों द्वारा बिल अदायगी की जानकारी हेड आफिस पटियाला को भी भेजी जा चुकी है। जिले के अधीन आते दस डिफाल्टर सरकारी विभाग है जिन्होंने की 362.69 करोड़ रुपये की डिफाल्टर राशि बकाया है।
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-80 करोड़ की डिफाल्टिग रकम जमा करवानी है
-50 से 80 लोगों के कनेक्शन काट रोजाना काट रहा पावरकॉम
-02 करोड़ की डिफाल्टिंग राशि कनेक्शन कटने के डर से हुई जमा
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टॉप डिफाल्टर
-पावरकॉम में सरकारी विभागों में टॉप डिफाल्टर वाटर सप्लाई एंड सेनिटेशन विभाग है। जिसने 304 करोड़ की अदायगी करनी है।
-सरकारी के साथ-साथ घरेलू, कामर्शियल व इंडस्ट्री उपभोक्ता ने जमा करवाने हैं 80 करोड़
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दस सरकारी विभाग डिफॉल्टर
विभाग बकाया
नगर निगम 8.95 करोड़
होम वेल्फेयर एवं डेल विभाग -04 करोड़
इवेस्टमेंट प्रमोशन विभाग-23 करोड़
हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर विभाग-12 करोड़
रेवेन्यू रीहेबिलिटेशन डिजास्टर मैनेजमेंट-04 करोड़
रूरल डवलपमेंट विभाग-3.34 करोड़
वाटर सप्लाई एंव सेनिटेशन विभाग-304 करोड़
स्कूल शिक्षा विभाग-1.88 करोड़
पब्लिक वर्क्स विभाग-1.52 करोड़
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ग्रांट न आना भी कारण
सरकारी विभागों के एक से दो वर्ष डिफाल्टर राशि जमा न होने का कारण सरकार की ओर से फंड का न होना है। फंड न आने के कारण भी सरकारी विभाग डिफाल्टिग राशि देने में देरी कर रहे है।
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फोटो:211जेपीजी
सरकारी विभागों को नोटिस भेजे जा चुके हैं, जिस विभाग को भेजे नोटिस का समय पूरा हो चुका है उस विभाग का कनेक्शन काटना शुरू कर दिया है।
-जैनइंद्र दानिया, चीफ इंजीनियर, नार्थ जोन, पावरकॉम।