सरकार को ढाई करोड़ के नुकसान के बाद मुलाजिमों की हड़ताल खत्म, आज से होगा कामकाज
सरकारी मुलाजिमों की कलमछोड़ हड़ताल सोमवार को खत्म हो गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर
सरकारी मुलाजिमों की कलमछोड़ हड़ताल सोमवार को खत्म हो गई। अब मंगलवार से डीसी, एसडीएम, तहसील समेत सभी दफ्तरों में रूटीन कामकाज होगा। हालांकि वीरवार, शुक्रवार व सोमवार को चली हड़ताल की वजह से पूरे जिले में रजिस्ट्री का काम ठप रहा, जिस वजह से सरकार को ढाई करोड़ से ज्यादा के रेवेन्यू का नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि सरकारी कर्मचारियों की यूनियनों ने अभी संघर्ष टाला नहीं है बल्कि इसे 15 नवंबर तक स्थगित किया है। इसके बाद अब 16 नवंबर को जालंधर में ही सरकारी कर्मचारी यूनियनों की राज्य स्तरीय मीटिग होगी, जिसके बाद अगली कार्रवाई का फैसला लिया जाएगा। इससे पहले पंजाब सरकार की 24 को होने वाली केबिनेट मीटिग के दिन भी जिला हेडक्वार्टरों पर मुलाजिम रोष प्रदर्शन करेंगे।
ज्वाइंट संघर्ष कमेटी के प्रधान सुखजीत सिंह व डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान तेजिदर सिंह ने कहा कि सुल्तानपुर लोधी में श्री गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के मद्देनजर हड़ताल खत्म करने का फैसला किया गया है क्योंकि इस दौरान सरकार के स्तर पर काफी तैयारियां होनी हैं। कल को सरकार किसी कमी का ठीकरा मुलाजिमों के सिर न फोड़े, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
उन्होंने सरकार के तीन फीसदी डीए के नोटिफिकेशन को भी खारिज कर दिया। प्रधान सुखजीत सिंह ने कहा कि सरकार ने 11वें महीने के वेतन में डीए देने की बात की है जबकि बकाया एरियर के बारे में कुछ भी स्थिति स्पष्ट नहीं की। - एफिडेविट सेवा भी थी ठप
सरकारी मुलाजिमों की हड़ताल की वजह से मजिस्ट्रेट से बनने वाले एफिडेविट की सेवा भी पूरे जिले में ठप हो गई थी। एफिडेविट सेवा केंद्र से बनते हैं लेकिन उसे मजिस्ट्रेट अटेस्ट करता है। मुलाजिमों की हड़ताल की वजह से रोजाना लगभग 80 एफिडेविट नहीं बन सके। वहीं, सेवा केंद्र में बाकी सेवाएं अभी तक सामान्य चल रही थीं। हालांकि यहां हड़ताल के दौरान आवेदनों पर दफ्तरी स्तर पर मुलाजिमों के काम न होने से आने वाले दिनों में दस्तावेजों की डिलीवरी एक से दो दिन तक लेट हो सकती है।