कोरोना के साथ भीषण गर्मी की मार: व्यापारियों ने लगाई गुहार- बिजली की दरें घटाकर राहत दें सरकार
मंदी की मार झेल रहे व्यापारी पंजाब में बिजली के दामों में लगातार हो रहे इजाफे को लेकर चिंतित हैं। उनका मानना है कि कारोबार पर दोहरी मार पड़ी है। दुकान या फिर शोरूम खोलने के दौरान तमाम बिजली उपकरण चलाना मजबूरी है।
जालंधर, जेएनएन। पहले कोरोना महामारी, फिर किसान आंदोलन के चलते मंदी की मार झेल रहे व्यापारी पंजाब में बिजली के दामों में लगातार हो रहे इजाफे को लेकर चिंतित हैं। उनका मानना है कि कारोबार पर दोहरी मार पड़ी है। दुकान या फिर शोरूम खोलने के दौरान तमाम बिजली उपकरण चलाना मजबूरी है। ऊपर से गर्मी के कारण अब एयर कंडीशन भी चलाना समय की जरूरत बन जाएगा। ऐसे में सरकार को बिजली के दरों में कटौती करके व्यापारियों को राहत देनी चाहिए। इसी विषय को लेकर सोमवार को 'दैनिक जागरण' ने शेखां बाजार के व्यापारियों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली की तरह बिजली फ्री नहीं कर सकती, लेकिन दर तो कम कर ही सकती है। इससे भी उन्हें काफी राहत मिलेगी।
दिल्ली सरकार द्वारा लोगों को निश्शुल्क बिजली दी जा रही है। दिल्ली भी तो भारत का ही एक हिस्सा है। अगर वहां पर ऐसा संभव है तो पंजाब में क्यों नहीं? यहां भी लोग हर तरह के टैक्स देते हैं। पंजाब सरकार को भी लोगों के बारे में सोचना चाहिए।
- अशोक सोबती।
पंजाब में आए दिन बिजली के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। पिछले तीन-चार सालों में बिजली के दामों में व्यापक इजाफा हुआ है। इसका असर सीधे रूप से लोगों पर पड़ रहा है। ऐसे में सरकार को बिजली के दामों की तरफ ध्यान देना चाहिए।
- सोनू संत पगड़ी हाउस।
जिस प्रकार महिलाओं को बसों में फ्री सफर की सुविधा देकर बेहतर प्रयास किया गया है, ठीक इसी प्रकार व्यापारियों को राहत देते हुए बिजली की दरों में कटौती करनी चाहिए। इससे खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे व्यापारियों को भी राहत मिल जाएगी।
- अमित कुमार।
पंजाब में महंगी बिजली के कारण ही उद्योग प्रफुल्लित नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में पंजाब का उद्योग हिमाचल की तरफ पलायन कर रहा है, तो नई इंडस्ट्री राज्य में नहीं आ रही। बिजली के दाम कम करके निश्चित रूप से राज्य में कारोबार को प्रफुल्लित किया जा सकता है।
- संजय कुमार।
पंजाब के लोग जीएसटी, आयकर, प्रापर्टी टैक्स सहित तमाम तरह के टैक्स अदा करते हैं। इसके बदले में उन्हें सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जा रहा। कम से कम टैक्स देने वाले लोगों को बिजली में खास राहत दिए जाने की जरूरत है।
- जगदीप सिंह।
बिजली की दरों में लगातार हो रहे इजाफे से गरीब ही नहीं मध्यम वर्ग का भी बजट गड़बड़ा गया है। ऊपर से सरकार द्वारा आए दिन इनके दामों में बढ़ोतरी करके परेशानी बढ़ा दी जाती है। राज्य में बिजली के दाम कम किए जाने की जरूरत है।
- अशोक जैन।
दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में भी बिजली फ्री होनी चाहिए। कारण, पंजाब कृषि प्रधान सूबा है, जहां से देशभर को अन्न की आपूर्ति की जाती है। ऐसे में यहां पर सरकार को अतिरिक्त सुविधाओं के तहत बिजली में राहत देनी चाहिए।
- प्रभात कंबोज।
कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लाकडाउन के दौरान करीब ढाई महीने दुकानें बंद रखनी पड़ी थी। इस दौरान दुकानों पर होने वाला खर्च व्यापारियों ने अपनी जेब से किया है। अब सरकार को बिजली के दाम कम करके या फिर इनकी हर उपभोक्ता को एक सीमित यूनिट फ्री देने का प्रावधान तय करना चाहिए।
- भारत भूषण।
पंजाब में मध्यम वर्ग को सब्सिडी पर मिलने वाला राशन पिछले लंबे समय से बंद कर दिया गया है। हालांकि गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों के लिए आटा दाल स्कीम चलाई जा रही है। ऐसे में मध्यम वर्ग भी सरकार से राहत की उम्मीद करता है।
- नवदीप अरोड़ा।
घर और व्यापार के खर्च में बिजली के बिल का बजट सबसे अधिक होता है। यही कारण है कि राज्य का हर वर्ग बिजली के बिल को सबसे अधिक बोझ मानता है। ऐसे में सरकार को इसमें राहत देते हुए लोगों का बोझ कम करना चाहिए।
- विनोद कुमार।