Ambassador of Hope : टचलेस बेल बनाकर गोपेश अंबेस्डर ऑफ होप में रहा प्रथम
इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने इनोवेटिव आइडियाज के जरिए कोविड काल में भविष्य की संभावनाओं पर वीडियो बनाई थी। पूरे राज्य से एक लाख से अधिक वीडियो पोस्ट की गई थी।
जालंधर, जेएनएन। शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने सोमवार को अंबेस्डर ऑफ होप में जिले के विजेताओं की घोषणा कर दी। इसमें टचलेस बेल बनाकर एपीजे स्कूल से दसवीं कक्षा के गोपेश गुप्ता ने पहला, एमजीएन स्कूल अर्बन एस्टेट की रमनजोत ने दूसरा और आरकेएम गीता मंदिर स्कूल की मोना कश्यप ने तीसरा स्थान हासिल किया है। इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने इनोवेटिव आइडियाज के जरिए कोविड काल में भविष्य की संभावनाओं पर वीडियो बनाई थी। पूरे राज्य से एक लाख से अधिक वीडियो पोस्ट की गई थी। इसके तहत रोजाना शिक्षा मंत्री की तरफ से एक-एक जिले के पहले तीन विजेताओं की घोषणा की जा रही है। इससे पहले एक हजार कांस्लेशन पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है।
डोर बेल बार-बार छूने से कोरोना का रहता है खतरा, बनाई टचलेस बेल
जिले में पहला स्थान पाने वाले एपीजे स्कूल के दसवीं के छात्र गोपेश गुप्ता ने कोरोना की दस्तक घर में आने से रोकने के लिए टचलेस डोर बेल बनाई है। गोपेश ने बताया कि घर के बाहर लगी डोर बेल से भी कोरोना संक्रमण फैल सकता है। इसलिए सेंसर की मदद से तैयार की गई बेल घर के बाहर लगाने से कोरोना की दस्तक को रोका जा सकता है, क्योंकि इस बेल को दबाने के लिए बटन को हाथ लगाने की जरूरत नही पड़ेगा। सेंसर के पास हाथ आने से बेल खुद ब खुद बजने लग पड़ेगी।
रमनजोत ने आरोग्य सेतु एप से पहले बनाई कोविड-19 हेल्पर वेबसाइट
एमजीएन अर्बन एस्टेट फेस-2 के रमनजोत ङ्क्षसह ने प्रतियोगिता में कोविड-19 हेल्पर वेबसाइट बनाई। रमनजोत का कहना है कि इस वेबसाइट से कोविड-19 के देश ही नहीं विश्व भर में बढ़ रहे केसों को जानकारी मिलती थी। इसके अलावा डब्ल्यूएचओ की तरफ से निरंतर जारी होने वाली गाइडलाइंस और खबरे भी। यह एप्लिकेशन प्रोग्राङ्क्षमग के जरिए डाटा इकट्ठा करती है, जो वेबसाइट पर खुद ब खुद अपडेट होती रहती है। इसमें संक्रमित, ठीक होने वाले व मरने वालों तक की जानकारी अपडेट होती रहती है। रमनजोत का कहना है कि यह वेबसाइट आरोग्य सेतु एप की तरह ही है। उस एप से पहले उसने वेबसाइट बनाई थी।
मोना ने कोरोना वारियर्स की फर्ज पर बनाया था मॉडल
आरकेएम गीता मंदिर स्कूल मॉडल टाउन कि मोना कश्यप ने कोरोना वारियर्स की कोविड काल में ड्यूटियों व फर्ज पर मॉडल बनाया था। उसने दिखाया था कि किस प्रकार से डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मरीजों की सेहत का ख्याल रख रहे हैं। कई फर्ज की खातिर जान भी गवां चुके हैं। वहीं पुलिस मुलाजिम दिन-रात सड़कों व चौक चौराहों पर ड्यूटी देकर लोगों को मास्क पहनने आदि के लिए आगाह कर रहे हैं। ङ्क्षप्रसिपल अबकार ङ्क्षसह ने मोना को इसके लिए सम्मानित किया।