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कोरोना काल में फीकी पड़ी सोने की चमक, दो माह के न्यूनतम स्तर पर दाम

यही स्थिति चांदी की भी है जिसके दामों में भी 16 हजार रुपये प्रति किलो की गिरावट आई है। सोने के दाम दो माह के न्यूनतम स्तर के साथ पचास हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच चुके हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 09:40 AM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 09:40 AM (IST)
कोरोना काल में फीकी पड़ी सोने की चमक, दो माह के न्यूनतम स्तर पर दाम
महीने के बीच ही सोने के दाम में पहली बार आठ हजार प्रति दस ग्राम की गिरावट आ चुकी है।

जालंधर, शाम सहगल। अनलॉक प्रक्रिया के साथ ही लगातार बढ़ रही सोने की चमक इन दिनों फीकी पड़ गई है। माह भर के बीच ही सोने के दाम में पहली बार आठ हजार रुपये प्रति दस ग्राम की गिरावट आ चुकी है। यही स्थिति चांदी की भी है जिसके दामों में भी 16 हजार रुपये प्रति किलो की गिरावट आई है। सोने के दाम दो माह के न्यूनतम स्तर के साथ पचास हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच चुके हैं।

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इससे पूर्व अनलॉक प्रक्रिया शुरू होते ही सोने के दामों में रोजाना इजाफा हो रहा था। यह इजाफा 45 हजार से शुरू होकर 58600 रुपये तक पहुंच चुका है, जो इन दिनों 50600 रुपये रह गया है। कारोबारियों की माने तो निवेशकों की उदासीनता और मांग में भारी गिरावट के चलते यह स्थिति बनी है। यह भी बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच सोने के दाम गिर रहे हैं। बहरहाल यह पहला अवसर है सोने-चांदी के दामों में इतनी गिरावट हुई है।

अनलॉक प्रक्रिया में 'अनलॉक' हो गए थे सोने के दाम
लॉकडाउन से पहले 45 हजार रुपये प्रति दस ग्राम चल रहे सोने के दाम अनलॉक प्रक्रिया शुरू होते ही बढऩे शुरू हो गए थे। सात अगस्त को यह अपने उच्चतम स्तर के साथ 58600 रुपये पर बंद हुए थे। इसके बाद लगातार सोने और चांदी के दाम स्थिर रहे। बाजार में मांग में भारी कमीं के चलते दामों में भी गिरावट शुरू हो गई। जो वीरवार शात तक बरकार रही।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों का कमजोर रूख

इस संबंध में गोल्ड ज्वेलरी कारोबारी राजेश कपूर ने कहा कि सोने-चांदी पर निवेश करने वालों की उदासीनता और वैश्विक मंदी के चलते दामों में तेजी से गिरावट हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी के रूख के बीच दामों में लगातार गिरावट का दौर जारी है।

नवरात्र में दाम बढऩे की उम्मीद

इसी तरह शाइन ज्वेलर्स, सर्राफा बाजार के हरजीत ङ्क्षसह बताते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूख अगर इसी तरह कमजोर रहा तो आने वाले दिनों में दाम में गिरावट का दौर जारी रहेगा। लिहाजा, नवरात्र के दौरान दामों में कारोबार की कयास लगाई जा रही है।
 
सीमित हुआ वेङ्क्षडग तथा फेस्टिवल

इस बारे में ज्वेलरी कारोबारी कुलभूषण धवन ने कहा कि अनलॉक प्रक्रिया के बीच सीमित हुए वेङ्क्षडग व फेस्टिवल सीजन के चलते भी ज्वेलरी मार्केट मंदी में है। लोग कोरोना वायरस महामारी के बीच केवल जरूरी वस्तुओं की खरीदारी पर ही जोर दे रहे है।

भारी भरकम टैक्सों के बावजूद गिरे दाम

सोने पर 12.50 फीसद आयात शुल्क के अलावा तीन फीसद जीएसटी लगाया जाता है। इस हिसाब से एक लाख रुपये की ज्वेलरी पर लगभग 15 हजार रुपये अतिरिक्त अदा करने होते है। बावजूद इसके भारी मंदी के बीच दामों लगातार गिर रहे है।

फैक्ट फाइल
सात अगस्त को सोने के दाम प्रति दस ग्राम : 58600 रुपये
25 सितंबर को सोने के दाम प्रति दस ग्राम : 50800 रुपये
सात सितंबर को चांदी के दाम प्रति किलो : 76000 रुपये
25 सितंबर को चांदी के दाम प्रति किलो : 60000 रुपये
सोने पर आयात शुल्क : 12.50 फीसद
सोने पर जीएसटी : 3 फीसद

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