बीमा कंपनी का कर्मचारी बता प्रीमियम में छूट का लालच देकर 46 हजार ठगे
बीमा कंपनी का कर्मचारी बता ठग ने पालिसी धारक को दस फीसद छूट का लालच देकर हजारों रुपये ठग लिए। इसका पता तब चला जब पैसे जमा कराने के बाद पालिसी धारक को बीमा कंपनी ने तय तिथि को प्रीमियम अदा करने के लिए पत्र भेजा।
जागरण संवाददाता, जालंधर : बीमा कंपनी का कर्मचारी बता ठग ने पालिसी धारक को दस फीसद छूट का लालच देकर हजारों रुपये ठग लिए। इसका पता तब चला जब पैसे जमा कराने के बाद पालिसी धारक को बीमा कंपनी ने तय तिथि को प्रीमियम अदा करने के लिए पत्र भेजा। पुलिस ने मोबाइल नंबर व बैंक अकाउंट का पता करने के बाद हरियाणा व उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
नकोदर रोड के रहने वाले रमन विज ने एसएसपी को शिकायत देकर बताया था कि 22 जून 2019 को उनके पास एक फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड का कर्मचारी रिशभ गुप्ता बताया। उसने उन्हें शिकायतकर्ता की करवाई दो बीमा पालिसी के प्रीमियम की ड्यू डेट बताई और कहा कि अगर वो इससे एक महीने पहले प्रीमियम जमा करा देते हैं तो उन्हें दस फीसद छूट मिलेगी। उसने उन्हें फोन पर पालिसी के बारे में पूरी जानकारी दी। इसमें पालिसी नंबर, प्रीमियम ड्यू डेट, जन्म तिथि, नामिनी का नाम समेत अहम जानकारियां शामिल थी। इस वजह से उन्होंने भरोसा कर लिया। उन्होंने 25 जून को अपने अकाउंट से आनलाइन 46,436 रुपये ट्रांसफर कर दिए। 22 जुलाई को उनके पास प्रीमियम भरने के लिए बीमा कंपनी का पत्र आया। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी की गई है।
एसएसपी ने इसकी जांच टेक्निकल सेल को सौंपी। रिपोर्ट में पता चला कि जिस नंबर से शिकायतकर्ता रमन विज को फोन आया था, वह हरियाणा के फरीदाबाद के सूरजकुंड रोड स्थित सी-3, लेकवुड सिटी के रहने वाले हिमांशु कुमार के नाम पर है। जिस अकाउंट में उनसे ठगी कर पैसे मंगवाए गए, वह उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के राइया पोस्ट आफिस के अधीन आते गांव नगला तिरवाइया के रहने वाले अनिल कुमार के नाम पर है। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। जानकारी पर उठाए सवाल
शिकायतकर्ता रमन विज ने कंपनी व उनके बीच पालिसी से जुड़ी सभी जानकारियां ठग के पास होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पुलिस को दी गई शिकायत में भी कहा कि यह जानकारियां निजी होती हैं। इसके बावजूद इनका ठग के पास होना गंभीर है।