दिल्ली कमेटी के पूर्व प्रधानों ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार और एसजीपीसी प्रधान से इस्तीफा मांगा
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना और मनजीत सिंह जीके ने मांग की है कि दिल्ली कमेटी के आफिस में जूतों समेत पुलिस की एंट्री के मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और एसजीपीसी के प्रधान हरजिदर सिंह धामी इस्तीफा दें।

जागरण संवाददाता, जालंधर
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना और मनजीत सिंह जीके ने मांग की है कि दिल्ली कमेटी के आफिस में जूतों समेत पुलिस की एंट्री के मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और एसजीपीसी के प्रधान हरजिदर सिंह धामी इस्तीफा दें।
प्रेस कांफ्रेंस में दोनों नेताओं ने कहा कि दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने अपने सदस्यों के क्रास वोटिग करने की आशंका को देखते हुए विपक्षी सदस्यों को निष्कासित करने का लक्ष्य रखा था। इसके लिए कालका ने बकायदा निदेशक, दिल्ली गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय को 30 कमेटी सदस्यों के हस्ताक्षरों वाला पत्र लिखकर पुलिस बल की मांग की थी। इसमें 29वें नंबर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष हरजिदर सिंह धामी के हस्ताक्षर भी थे। गुरु ग्रंथ साहिब जी की उपस्थिति में चल रहे जनरल हाउस में पहले सत्ता पक्ष ने एक वोट को लेकर अनावश्यक वैचारिक टकराव पैदा किया और फिर अपनी जिद को पूरा करने के लिए 11 घंटे बाद पुलिस बुलाई।
सरना ने कहा कि पुलिस आई और जूतों के साथ दिल्ली कमेटी के कार्यालय में घुस गई। उन्होंने आशंका जताई कि पुलिसकर्मियों की जेबों में तंबाकू, सिगरेट और बीड़ी भी रही होगी। सरना ने इस मामले में जत्थेदार अकाल तख्त साहिब की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इस्तीफे की मांग की। जीके ने एसजीपीसी अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग करते हुए पंजाब के मतदाताओं से शिरोमणि अकाली दल बादल के उम्मीदवारों को वोट न देने की अपील भी की।
Edited By Jagran