जालंधर के पूर्व भाजपा प्रधान शिवदयाल चुघ का नम आंखों से अंतिम संस्कार, पार्टी के बड़े नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
जालंधर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष शिवदयाल चुघ का सोमवार दोपहर मॉडल टाउन श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। रविवार को जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक के पास उनका शव मिला था। यह हादसा था या आत्महत्या पुलिस इसका पता लगाने का प्रयास कर रही है।
जालंधर, जेएनएन। रविवार को ट्रेन की चपेट में आकर जान गंवाने वाले जिला भाजपा के पूर्व प्रधान व शहर के फाइनेंस सेक्टर के बड़े कारोबारी शिवदयाल चुघ का सोमवार दोपहर मॉडल टाउन श्मशान घाट में नम आंखों के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। शिवदयाल चुघ का शव रविवार को जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर मिला था। पुलिस इस बात को लेकर उलझी है कि यह हादसा है या आत्महत्या। अंतिम संस्कार के मौके पर पूर्व भाजपा विधायक केडी भंडारी, पूर्व विधायक मनोरंजन कालिया, पूर्व मेयर सुनील ज्योति, जिला भाजपा प्रधान सुशील शर्मा, अमरजीत सिंह अमरी पूर्व प्रधान रवि महेंद्रू सुभाष सूद, दीवान अमित अरोड़ा भगवंत प्रभाकर राजीव ढींगरा, अश्विनी दीवान आदि ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जालंधर में सोमवार को जिला भाजपा के पूर्व प्रधान शिव दयाल चुघ को श्रद्धांजलि देने के मौके पर पंजाब भाजपा के उपाध्यक्ष राकेश राठौर, पूर्व मेयर सुनील ज्योति, जिला भाजपा प्रधान सुशील शर्मा व पार्टी के अन्य नेता।
मुद्दों पर लडऩे वाले नेता थे चुघ, 2007 में प्रधान रहते कराई थी भाजपा की सत्ता में वापसी
भाजपा के सीनियर नेता व पूर्व सीपीएस केडी भंडारी ने बताया कि शिवदयाल चुघ भाजपा के तेज तर्रार और सिद्धांतवादी नेताओं में गिने जाते थे। वह किसी भी मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए मशहूर थे। मुद्दो पर कई बार पार्टी के सीनियर नेताओं की भी आलोचना करने से पीछे नहीं रहते थे। वह भाजपा के जिला प्रधान भी रहे। उनकी पार्टी के प्रति समर्पण भावना और अनुशासन को देखकर ही उन्हें पंजाब भाजपा अनुशासन समिति का चेयरमैन भी नियुक्त किया गया था। पार्टी पालिटिक्स के साथ जनाधार वाले नेता के रूप में भी उन्हें जाना जाता था। साल 2007 से 2012 तक पार्षद रहे थे और तब मेयर पद के बड़े दावेदार माने जाते थे। भाजपा देहाती के प्रधान अमरजीत ङ्क्षसह अमरी ने बताया कि 2007 में भाजपा प्रधान थे तभी अकाली-भाजपा सरकार की सत्ता में वापसी हुई थी। भाजपा ने शहर की तीनों विधानसभा सीटें बड़े अंतर से जीती थी। उन्होंने आपातकाल के बाद जब जनता पार्टी का गठन हुआ तो वह है इसी की टिकट पर जालंधर कैंट से चुनाव लड़ा था।
सफल बिजनेसमैन भी थे चुघ
चुघ राजनीति में सफल होने से पहले एक सफल बिजनेसमैन भी रहे। पीएचएफ फाइनेंस कंपनी के नाम से फाइनेंस सेक्टर में बड़ा नाम बनाया। वह पीएचएफ फाइनेंस कंपनी के प्रमोटर और मैनेङ्क्षजग डायरेक्टर थे। यह कंपनी कई शहरों में अरबों रुपये का बिजनेस कर रही है। उनकी इस कंपनी को अब बेटे संभाल रहे हैं। उनकी पत्नी का कुछ साल पहले देहांत हो गया था। चुघ के दो बेटे व एक बेटी है। बड़ा बेटा रोहन व छोटा बेटा चंदन तथा बेटी ज्योत्सना को छोड़ गए हैं। वह अपने पिता के नाम पर स्कूल चला कर शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी रहे और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर भी लगातार एक्टिव रहे हैं।
मौत के बाद 12 घंटे गुमनामी में रहे
जिस नेता के पार्टी में तमाम लोग चाहने वाले थे। जिसने पार्टी को खड़ा करने में एक अहम भूमिका निभाई। जिसका शहर में खासा जनाधार था। हजारों लोग जानने वाले थे। उसने मौत के बाद 12 घंटे गुुमनामी में बिताए।