पंजाब रेल रोको आंदोलनः 59 ट्रेनें रद होने से यात्री हुए बेहाल, किसान 14 स्थानों पर धरने पर बैठे
Kisan Rail Roka Andolan किसानों ने फिरोजपुर की बस्ती टैंका वाली होशियारपुर के टांडा फाजिल्का और मोगा में रेल ट्रैक बाधित किया। इससे रेल यातायात पूरी तरह से प्रभावित रहा। धरने में बड़ी संख्या में किसान व मजदूर शामिल हुए।
जागरण टीम, फिरोजपुर/जालंधर : किसान मजदूर संघर्ष समिति का धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश में किसानों ने करीब 14 जगह धरना दिया। फिरोजपुर की बस्ती टैंका वाली, होशियारपुर के टांडा, फाजिल्का और मोगा में रेल ट्रैक बाधित किया। इससे रेल यातायात पूरी तरह से प्रभावित रहा। धरने में बड़ी संख्या में किसान व मजदूर शामिल हुए। रेल ट्रैक बाधित होने से फिरोजपुर मंडल से चलने वाली 59 ट्रेनें रद कर दी गई, जबकि 35 को गंतव्य से पहले रद करना पड़ा। 34 को शर्ट आर्गनाइज किया गया। ट्रेनें रद होने से यात्री परेशान हुए। वहीं किसान नेताओं ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, धरना जारी रहेगा।
यात्रियों को करना पड़ा परेशानी का सामना
किसानों के रेल रोको आंदोलन से रेलगाडि़यां पूरी तरह से प्रभावित हुई हैं। रेलवे ने 59 गाडि़यां रद कर दी, जबकि 35 गाडि़यों की यात्रा को अपने गंतव्य से पहले समाप्त कर दिया गया और 34 गाडि़यों की यात्रा अपने गंतव्य से पहले प्रारंभ की गई। मोगा में धरने के कारण एक मालगाड़ी भी रुकी रही। आठ गाडि़यों को अमृतसर की जगह ब्यास स्टेशन से चलाया गया।
कटड़ा के लिए रवाना हुई स्पेशल ट्रेन
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटाड़ (04605) के लिए बुधवार को स्पेशल ट्रेन चलाई। अमृतसर से यह ट्रेन सुबह 5.50 बजे रवाना हुई। इसके बाद यही ट्रेन ढाई बजे श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा (04606) से अमृतसर पहुंची।
फिरोजपुर में रेल ट्रैक पर धरने के दौरान किसान नेताओं जसबीर सिंह पिद्दी, इंद्रजीत बाठ व रणवीर सिंह राणा ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार अपने चुनावी वायदों से भाग चुकी है और वायदे पूरे न कर प्रतिदिन नए-नए झूठे वायदे कर जनता को गुमराह करने में लगी है। चुनावों में जीत से पहले कांग्रेस सरकार ने पंजाब की जनता को संपूर्ण कर्ज माफी, घर-घर नौकरी, रेत, बजरी माफिया, नशे पर नकेल डालने, बुढ़ापा पेंशन और बढि़या राज्य प्रबंध देने के जो वायदे किए थे, उनमें एक भी वायदा पूरा नहीं हुआ। रेल यातायात बाधित होने से यात्रियों को जो परेशानी हो रही है, उसके जिम्मेवार मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी हैं। प्रदेश में कर्मचारियों ने भी 28 स्थानों पर धरना प्रदर्शन किया।
ये हैं किसानों की मुख्य मांगें
किसानों की मुख्य मांगें दिल्ली मोर्चे के शहीदों के परिवारों को नौकरी, पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता व संपूर्ण कर्ज माफी है। फिरोजपुर में धरने के दौरान गुरु साहिब जी के साहिबजादों के शहीदी दिवस पर सतनाम वाहेगुरु जी का जाप किया गया और शाम को किसानों ने कैंडल मार्च निकाला। बुधवार शाम को कोर कमेटी की बैठक भी शुरू हुई, जिसमें आंदोलन को लेकर और कड़े फैसले लिए जाएंगे।
फाजिल्का और मोगा में भी मोर्चा खोला
किसान नेताओं ने कहा कि फाजिल्का और मोगा रेलवे स्टेशन पर भी पक्का मोर्चा लगा दिया गया है। प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि अगर चुनाव आचार संहिता से पहले उनके मसले हल न हुए तो भी यह धरना लगातार जारी रहेगा।