दर्द निवारक दवाओं का सेवन किडनी के लिए खतरनाक
ज्यादा दवाइयों का सेवन युवाओं को बना रहा है बीमार।
जालंधर : डॉक्टरों की सलाह के बिना अत्याधिक दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करने वाले लोगों को समान्य लोगों के मुकाबले किडनी रोग होने का खतरा अधिक होता है। यह बात न्यू रूबी अस्पताल की ओर से करवाई गई संगोष्ठी में डॉ. एसपीएस ग्रोवर ने कही। उन्होंने बताया कि डॉक्टर की सलाह के अनुसार बीमारी के आधार पर दवा का सेवन ही करना चाहिए। शुरुआती दौर में पेशाब और खून के टेस्ट करवाने से ही किडनी रोग का पता लगाना संभव है। अस्पताल के डॉ. पुनीत पाल ¨सह ग्रोवर ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर और शूगर के मरीजों को खास एहतियात बरतनी चाहिए। लागातार बढ़ता ब्लड प्रेशर किडनी की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है। इसके शूगर होने पर किडनी फेल होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा किडनी रोग के शुरुआती लक्षणों के सामने आते ही जांच और इलाज से बचाव संभव है। उन्होंने कहा, काला पीलिया और निमोनिया से बचाव के लिए टीकाकरण करना चाहिए। इससे किडनी खराब होने का खतरा कम होता है। उन्होंने कहा कि बढ़ता तनाव आज की पीढ़ी को बीमार बना रहा है और युवा दवाइयों का अत्याधिक सेवन कर रहे हैं। इस मौके पर डॉ. मो¨हदर ¨सह, डॉ. बलविंदर ¨सह, डॉ. बीएस भाटिया, डॉ. अनिल नागरथ, डॉ. पीएस अरोड़ा, डॉ. इन्द्रजीत, डॉ. एमएस तेजी, डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. राकेश, डॉ. बलबीर ¨सह, डॉ. बलवंत ¨सह, डॉ. एचएस भाटिया, डॉ. आईपी ¨सह सेठी, डॉ. केएस खेड़ा, डॉ. ह¨रदर पाल, डॉ. पीपी चौधरी, डॉ. सतबीर ¨सह, डॉ. परमजीत ¨सह, डॉ. राजीव शर्मा के अलावा शहर के अन्य डॉक्टर मौजूद थे।