संभल जाएं.. कोरोना के बाद बढ़ी हाई बीपी के मरीजों की संख्या
पंजाब में 20 से 30 साल के आयु वर्ग के 10 में से एक युवा और 50 साल तक 10 में से पांच लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार है। इलाज में बरती लापरवाही के कारण इन मरीजों में से 45 प्रतिशत हृदय व 51 प्रतिशत स्ट्रोक की वजह से जान गंवा बैठते है। मरीजों के बढ़ने का सिलसिला थम नहीं रहा। नतीजतन हर पांचवां व्यक्ति हायपरटेंशन की गिरफ्त में है। इसी के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी पना ब्लड ब्लड सही मापने तथा लंबी जिदगी जीने के लिए इस पर कंट्रोल करने का थीम जारी किया है।
जगदीश कुमार, जालंधर
ब्लड प्रेशर साइलेंट किलर है। कोरोना से मरने वाले मरीजों में से सबसे ज्यादा हायरटेंशन वाले मरीज थे। हायपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) के मरीजों की संख्या कोरोना के बाद बढ़ी है। पंजाब में विदेश में नौकरी और फिर वापस आकर आराम परस्ती का जीवन जीना बीमारियों को दावत देता है। जंक फूड का बढ़ता प्रचलन व खेल से दूरी सभी को दबाव में ले रहे है।
पंजाब में 20 से 30 साल के आयु वर्ग के 10 में से एक युवा और 50 साल तक 10 में से पांच लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार है। इलाज में बरती लापरवाही के कारण इन मरीजों में से 45 प्रतिशत हृदय व 51 प्रतिशत स्ट्रोक की वजह से जान गंवा बैठते है। मरीजों के बढ़ने का सिलसिला थम नहीं रहा। नतीजतन, हर पांचवां व्यक्ति हायपरटेंशन की गिरफ्त में है। इसी के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी पना ब्लड ब्लड सही मापने तथा लंबी जिदगी जीने के लिए इस पर कंट्रोल करने का थीम जारी किया है।
डाक्टरों की माने तो इलाज में कोताही बरतने पर दिल के 70-75, किडनी के 80-85 और स्ट्रोक के 60-70 प्रतिशत हाई बीपी की देन है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से केंद्र व राज्य सरकार की ओर से इंडिया हायपरटेंशन कंट्रोल इनिशिऐटिव (आईएचसीआई) प्रोजेक्ट चलाया जा जा रहा है। राज्य के दस जिलों में प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। बठिडा, गुरदासपुर, होशियारपुर, पठानकोट व मानसा में 2017 और जालंधर, अमृतसर, बरनाला, रूपनगर तथा फतेहगढ़ साहिब में 2020 से चलाया जा रहा है। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त इलाज का प्रावधान
आईएचसीआई के नोडल अफसर डा. रमन गुप्ता का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के तहत विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से केंद्र व राज्य सरकार की ओर से चलाए रहे प्रोजेक्ट के तहत सरकारी अस्पतालों में हायपरटेंशन के मरीजों को मुफ्त दवा दी जाती है है। टीमें डोर टूट डोर सर्वे कर मरीजों का पंजीकरण कर उन पर निगरानी करती है। सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर संदीप कुमार और मनीश ठाकुर कहते है कि उक्त प्रोजेक्ट के तहत आसा वर्कर से लेकर डाक्टर तक का नेटवर्क इस पर का कर रहा है। मरीजों को एप में पंजीकरण किया जाता है। ---------
आईएचसीआई के अनुसार हायपरटेंशन के मरीज
जिला पंजीकृत मरीज
गुरदासपुर 58051
होशियारपुर 52436
बठिडा 33852
अमृतसर 20343
जालंधर 20161
मानसा 15977
पठानकोट 14209
बरनाला 9707
फतेहगढ़ साहिब 5412
रूपनगर 4215
कुल 234363 -------
ऐसे करें बीपी कंट्रोल
आईएमए के प्रधान डा. अलोक ललवानी के अनुसार आहार में सोडियम की कमी कर ब्लड प्रेशर को 5 से 6 एमएम प्रति एचजी तक कम किया जा सकता है।
-नियमित तौर से सप्ताह में 150 मिनट शारीरिक व्यायाम करें।
साबुत अनाज, फल, सब्जियां और लो फेट डेयरी प्रोडक्ट से भरपूर आहार का सेवन करें।
धूम्रपान बंद करने से आपका ब्लड प्रेशर सामान्य हो सकता है।
रोजाना कुछ मिनट के लिए शांत बैठ और गहरी सांसें लेकर तनाव कम करें।