स्टील के दाम बढ़ने से उद्यमियों की चिंता बढ़ी
कमल किशोर, जालंधर वैट रिफंड व जीएसटी रिफंड नहीं मिलने से परेशान शहर की इंजीनिय¨रग इंडस्ट्री की चिं
कमल किशोर, जालंधर
वैट रिफंड व जीएसटी रिफंड नहीं मिलने से परेशान शहर की इंजीनिय¨रग इंडस्ट्री की चिंता स्टील के दाम बढ़ने से बढ़ गई है। स्टील को रॉ मैटीरियल के रूप में प्रयोग करने वाली इंजीनिय¨रग इंडस्ट्री विभिन्न उत्पादों की कीमत बढ़ाने को विवश हो गई है, वहीं इंडस्ट्री को फिक्र है कि कहीं उत्पादों की कीमतें बढ़ने से उनकी बिक्री पर नकारात्मक असर न पड़े। इंडस्ट्री के अनुसार स्टील के दाम बढ़ने से इंजीनिय¨रग उत्पादों की कीमत 5 फीसद तक बढ़ सकती है।
अब तक वैट रिफंड व जीएसटी रिफंड नहीं मिलने से इंडस्ट्री का कारोबार पटरी पर नहीं लौट रहा है। वहीं पिछले दो महीने से स्टील के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। उधर, विश्व भर में आर्थिक सुस्ती के कारण इंडस्ट्री को बॉयर ऑर्डर देने से कतरा रहे हैं। गौर हो कि इंजीनिय¨रग उद्योग विदेश से सस्ता स्टील आयात करता है। हाल ही में सरकार ने स्टील पर मिनिमम प्राइस एवं स्टेनलेस स्टील पर काउंटर वे¨लग ड्यूटी लगा दी, जिससे विदेशी स्टील महंगा हो गया। अब उद्यमी महंगा स्टील खरीदने में रुचि नहीं दिखाते। उन्हें घरेलू स्टील कंपनियों पर निर्भर रहना पड़ता है, जो अपनी मर्जी से दाम बढ़ा देती हैं। पिछले दो महीने की बात करें तो स्टील के दाम बढ़ने से इंजीनिय¨रग उत्पाद तीन से पांच प्रतिशत महंगे होने की आशंका बढ़ गई है। जालंधर शहर की इंडस्ट्री 2500 करोड़ रुपये के इंजीनियिरंग गुड्स का कारोबार करती है। स्टील के दाम बढ़े
एक माह पहले एचआर क्वॉयल स्टील के दाम 39 हजार रुपये टन थे, जो अब 45 हजार रुपये पहुंच चुके हैं। वहीं वायर रोड स्टील के दाम पहले 33 हजार रुपये टन थे, जो अब 35 हजार रुपये पहुंच चुकी है। केंद्र सरकार स्टील के दामों को कंट्रोल नहीं कर पा रही है। जालंधर की इंडस्ट्री में तैयार होने वाले उत्पाद
हैंडटूल्स, वॉल्व एंड कॉक्स, गार्डनर टूल्स, ऑटो पार्ट्स, कफ फो¨ल्डग, एग्रीकल्चर इ¨क्वपमेंट, नट बोल्ट, जनरेटर सेट, इंजन, शीट मेटल कंपोनेट्स। फोटो-131
जेएमपी इंडस्ट्री के एमडी बलराज कपूर ने कहा कि स्टील की कीमतों में उछाल पर केंद्र सरकार को नीति अपनानी चाहिए। सरकार दामों कों कंट्रोल नहीं कर पा रही है। घरेलू कंपनियां अपनी मर्जी से स्टील की कीमतें बढ़ा देती हैं। फोटो-132
नोवा फिटनेस के डायरेक्टर सुमित शर्मा ने कहा कि स्टील के दामों पर सरकार की नीति बननी चाहिए। स्टील महंगा होने से हर उत्पाद की कीमत पर असर पड़ता है। घरेलू कंपनियां स्टील की अपनी मर्जी से दाम बढ़ा देती हैं। पहले ही आर्थिक सुस्ती के कारण बॉयर ऑर्डर कम दे रहा है।