पंजाब के सहायक प्रोफेसरों को शिक्षा मंत्री परगट सिंह की पैनल मीटिंग से जगी उम्मीद, जानें मांगें
शिक्षा मंत्री की तरफ से मांगों को लेकर कोई फैसला न लिए जाने की वजह से सभी 29 को किसानों के साथ मिलकर शिक्षा मंत्री की कोठी के आगे ट्रैक्टर लगाकर पूर्ण रूप से बंद करने की चेतावनी दी हुई है।
जासं, जालंधर। सरकारी कालेज गेस्ट फैकेल्टी सहायक प्रोफेसरों की शिक्षा मंत्री के साथ मंगलवार को चंडीगढ़ में होने वाली पैनल मीटिंग से आस है। क्योंकि यही से उनके भविष्य या फिर संघर्ष के अगले चरण की शुरूआत होगी। यही कारण है कि एसोसिएशन के चुनिंदा सदस्य व लीडरशिप ही पैनल मीटिंग में शामिल होगी, जबकि बाकी सदस्य शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर यानी कि दशमेश एवेन्यू में ही लगाए गए पक्के धरने पर बैठ कर लीडरशिप के फैसले का इंतजार करेंगे। एसोसिएशन की तरफ से शिक्षा मंत्री के बाहर पक्का मोर्चा लगाया हुआ है, निरंतर उन्हें पहले टैंट लगाने से रोका गया, फिर तिरपाल बिछाने से। बावजूद इसके सहायक प्रोफेसरों का विरोध जारी रहा और आखिरकार तरपाल का टैंट भी लगा लिया गया।
इसके बावजूद शिक्षा मंत्री की तरफ से मांगों को लेकर कोई फैसला न लिए जाने की वजह से सभी 29 को किसानों के साथ मिलकर शिक्षा मंत्री की कोठी के आगे ट्रैक्टर लगाकर पूर्ण रूप से बंद करने की चेतावनी दी हुई है। जिसे लेकर यह भी कहा गया है कि इस दौरान होने वाली पूर्ण ट्रैफिक बंद व जाम आदि की समस्या शिक्षा मंत्री और जिला प्रशासन की होगी।
यह भी पढ़ें-ओमिक्रोन अलर्ट: काेराेना के नए वैरिएंट के खतरे के बीच लुधियाना में वैक्सीनेशन पर ब्रेक, जानें कारण
फैसला न हुआ ताे विराेध रखेंगे जारी
इसके बाद ही सहायक प्रोफेसरों को शिक्षा मंत्री की तरफ से 28 दिसंबर को पैनल मीटिंग के लिए बुलाया गया था। उसके साथ ही यह भी कह दिया कि मीटिंग में फैसला हुआ तो ठीक, अन्यथा वह 29 दिसंबर को घोषित किए गए फैसले के अनुसार ही संघर्ष को अंजाम देंगे। गाैरतलब है कि अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कर्मचारी संगठनाें ने धरने-प्रदर्शन तेज कर दिए हैं।