ई-पंजाब पोर्टल पर शिक्षकों का डाटा अपडेट करने की तीसरी बार बढ़ाई तिथि, यहां जानें पूरी डिटेल
पंजाब शिक्षा विभाग की तरफ से अपने अधीन काम करने वाले टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ कम्प्यूटर अध्यापक और वालंटियर का ई पंजाब स्कूल पोर्टल पर डाटा अपडेट करने संबंधी पहले पांच जुलाई तक का समय दिया गया था।
जालंधर [अंकित शर्मा]। शिक्षा विभाग की तरफ से प्रत्येक शिक्षक से लेकर कर्मचारी का डाटा आनलाइन तैयार किया जा रहा है। ऐसे में कर्मचारियों के रिकार्ड में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए खुद शिक्षकों से ही रिकार्ड अपडेट करवाया जा रहा है, ताकि जब भी उनकी सीनियोरिटी सूची बने तो किसी प्रकार की गड़बड़ न हो। ऐसे में विभाग की तरफ से 12 जुलाई तक का रिकार्ड अपडेट करने का समय दिया गया था। जिसे संबंधी कर्मचारी व स्कूल के मुखी यानी कि डीडीओ पावर वाले अधिकारी की तरफ से वैरीफाई किया जाना है। बता दें कि शिक्षा विभाग की तरफ से अपने अधीन काम करने वाले टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ, कम्प्यूटर अध्यापक और वालंटियर का ई पंजाब स्कूल पोर्टल पर डाटा अपडेट करने संबंधी पहले पांच जुलाई तक का समय दिया गया था। मगर शिक्षकों की मांग को ध्यान में रखते हुए ही इसकी तिथियों को आठ जुलाई तक की तिथि बढ़ा दी थी। अब अंतिम बार तिथि को बढ़ाया गया है और अधिकारियों की तरफ से यह भी साफ किया गया है कि आज डाटा अपडेट कर लें और संभावना है कि तिथि आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।
विभाग के ध्यान में अध्यापकों की तरफ से लाया गया है कि कई स्कूल मुखियों की तरफ से डाटा वैरीफाई करते समय बदली के लिए योग्य न होने संबंधी एतराज लगाकर डाटा वैरीफाई नहीं किया जा रहा है। इसलिए सभी को डिप्टी एसपीडी की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं कि विभाग में काम कर रहे सभी कर्मचारियों का डाटा विभाग की तरफ से ई पंजाब स्कूल पोर्टल पर अपडेट करवाया जा रहा है। जिस डाटा का इस्तेमाल बदली के अलावा विभाग की तरफ से अलग-अलग उद्देश्य से लिया जाएगा। इसलिए सभी स्कूल मुखी समय पर डाटा वैरीफाई करें, अगर किसी अध्यापक, कर्मचारी के डाटा में गलती पाई जाती है तो उसकी जिम्मेदारी स्कूल मुखी व अध्यापक की होगी। इस अपडेशन में शिक्षकों का अपना ज्वाइनिंग, बदली स्टेशन आदि की जानकारी खुद ब खुद अपडेट करनी होगी, ताकि सीनियोरिटी सूची तैयार करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। इसका कारण है कि डाटा में गड़बड़ी पाए जाने की वजह से विभाग को कई अदालती केसों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।