मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद पूर्व सीएम चन्नी के भांजे के खिलाफ चार्जशीट दायर, छह अप्रैल से शुरू होगी सुनवाई
अवैध खनन और मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और उसके सहयोगी कुदरतदीप सिंह उर्फ लवी के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी गई है। धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के विशेष न्यायाधीश रुपिंदरजीत चहल की अदालत में चार्जशीट दायर की गई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत अवैध रेत खनन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और उसके सहयोगी कुदरतदीप सिंह उर्फ लवी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर की है। धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के विशेष न्यायाधीश रुपिंदरजीत चहल की अदालत में चार्जशीट दायर की गई है। अदालत ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख छह अप्रैल तय की है।
चार्जशीट 31 मार्च को पीएमएलए, 2002, की धारा 3 (धन शोधन का अपराध), 4 (धन शोधन के लिए सजा), 44 (विशेष अदालतों द्वारा विचारणीय अपराध), और 45 (संज्ञेय और गैर-संज्ञेय अपराध) के तहत दायर की गई है। ईडी ने हनी को 3 और 4 फरवरी की रात को गिरफ्तार किया था और नियमानुसार एजेंसी को उसके खिलाफ 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करनी थी।
हनी से बरामद हुए थे 8 करोड़ रुपये
ईडी ने पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले 18 जनवरी को हनी और अन्य के खिलाफ 10 जगहों पर छापेमारी की थी। ईडी ने हनी के परिसर से करीब 7.9 करोड़ रुपये नकद और उसके एक सहयोगी संदीप कुमार के पास से 2 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे। बाद में ईडी ने हनी को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया और अंत में उसे 3 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था। लगभग 7 दिन तक ईडी ने हनी को रिमांड पर रखा था जिसके बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया और वह अभी तक जेल में ही बंद है।
पूर्व सीएम चन्नी पर लगे थे आरोप
चुनाव के दौरान पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे पर ईडी की कार्रवाई के बाद वह विरोधियों के निशाने पर आ गए थे। विरोधी दलों के नेताओं का आरोप था कि हनी से बरामद रुपये चन्नी के हैं। यह मामला विधानसभा चुनाव के दौरान खूब उछला था। चुनाव में करारी हार के बाद पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने भी इसे हार का एक कारण बताया था। उन्होंने सवाल किया था क्या होगा यदि भूपिंदर सिंह उर्फ हनी पर लगे आरोप सही सिद्ध हो जाते हैं।