सिविल अस्पताल में दाखिल महिला के लिए बाहर से खरीदने पड़ रहे इंजेक्शन
कमलेश रानी के घरवालों ने आरोप लगाया है कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
जालंधर, जेएनएन। जंडूसिंघा के गांव कंगनीवाल में दूध लेने के लिए गई महिला कमलेश रानी को कुत्तों ने काट लिया। कमलेश के शरीर पर 23 जख्म हैं। उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घरवालों ने उचित उपचार न मिलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। उन्हें अपने पैसे खर्च कर बाहर से दवाइयां लानी पड़ रही हैं।
कमलेश के पति मदन लाल ने बताया कि वे पेशे से बढ़ई हैं। उनकी पत्नी व बच्चे को कुत्ते ने नोंचकर जख्मी कर दिया है। पत्नी सिविल अस्पताल में दाखिल है। यहां कुत्ते के काटने पर मुफ्त इलाज होने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। वह पिछले 24 घंटे में करीब दस हजार रुपये से ज्यादा जेब से खर्च कर चुके हैं। बाजार से वे पांच टीके खरीदकर ला चुके हैं, जिनकी कीमत दो-दो हजार रुपये प्रति इंजेक्शन है। कई दवाइयां भी बाहर से खरीदकर ला रहे हैं। उनकी आर्थिक हालत कमजोर होने की वजह से उनके रिश्तेदार व गांव के लोग सहयोग कर रहे है।
इम्यूग्लोबिन इंजेक्शन मरीज को ही खरीदने पड़ते हैं: एमएस
अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर ने कहा कि अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन मुफ्त लगाए जाते हैं। गंभीर हालत में आने वालों मरीजों को इम्यूनोग्लोबिन इंजेक्शन लगते हैं। सरकार की ओर से इसकी सप्लाई नहीं मिलती है। ये टीके मरीज को बाजार से ही खरीदने पड़ते हैं। मरीज की हालत में सुधार हो रहा है।
हड्डारोड़ी हटवाने के लिए गांववासी एकजुट, डीसी को दी शिकायत
गांववासियों ने इस घटना का संज्ञान लिया है। गांव के पास से हड्डा रोड़ी हटवाने के लिए एकजुट होकर उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। गांव कंगनीवाल की सरपंच हरजीत कौर ने कहा कि कमलेश को कुत्तों ने बुरी तरह नोंचा है। इससे पहले भी छह-सात लोग कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। बुधवार सुबह गांव के गुरुद्वारा साहिब में अनाउंसमेंट करवाई गई थी। इसके बाद गांववासियों ने मिलकर शिकायत तैयार की और उसे डीसी ऑफिस में जमा करवाया। उन्होंने बताया कि पुलिस को भी शिकायत दी गई लेकिन उन्होंने कहा कि कुत्तों को डंडे मारकर भगा दें। कार्रवाई को लेकर सभी विभाग टालमटोल कर रहे हैं।