DNB में कक्षाएं शुरू होने से पहले डॉक्टरों के तबादलों ने पकड़ा जोर, कौन करवाएगा पढ़ाई Jalandhar News
डीएनबी की क्लासें लेने के लिए योग्य डॉक्टरों के पदोन्नत कर तबादले कर दिए हैं जिसके बाद डीएनबी क्लासों का भविष्य अंधकार की तरफ बढ़ने लगा है।
जेएनएन, जालंधर। सिविल अस्पताल में डीएनबी की सीटें फुल होने के बाद क्लासें शुरू होने से पहले खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। डीएनबी की क्लासें लेने के लिए योग्य डॉक्टरों के पदोन्नत कर तबादले कर दिए हैं, जिसके बाद डीएनबी क्लासों का भविष्य अंधकार की तरफ बढ़ने लगा है। वहीं डॉक्टरों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों को तबादले रोकने के लिए आलाधिकारियों से पत्राचार शुरू कर दिया है। वहीं पदोन्नत हुए डॉक्टरों ने भी पदोन्नति को छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सेहत विभाग के अनुसार सिविल अस्पताल जालंधर में डीएनबी की क्लासें पढ़ाने वालों की सूची में 31 डॉक्टरों को शामिल किया था। जुलाई के पहले सप्ताह में डीएनबी की क्लासें शुरू होने वाली है। इससे पहले गत दिवस डॉ. भूपिंदर सिंह, डॉ. सतिंदर कौर तथा डॉ. गुरजीत कौर को पदोन्नत कर तबादले के आदेश जारी कर दिए। डॉ. तरसेम लाल तथा डॉ. राजीव शर्मा की भी जल्द पदोन्नति होने वाली है। डॉ. त्रिलोचन सिंह को पदोन्नति कर डिप्टी डायरेक्टर बना दिया था। सेहत विभाग की ओर से सिविल अस्पताल में डीएनबी को दरकिनार करते हुए उठाया कदम खतरनाक साबित हो सकता है।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर ने बताया कि उक्त तबादलों तथा डीएनबी का हवाला देकर सेहत विभाग के आला अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के लिए पत्र लिखा है। इसके अलावा डॉ. त्रिलोचन सिंह ने डिप्टी डायरेक्टर की पदोन्नति को लेने से इंकार कर पत्र विभाग को लिख दिया है। वहीं हाल ही में तीन डॉक्टरों ने भी पदोन्नति को छोड़ने का मन बनाकर प्रक्रिया शुरू कर दी है।