अकाली और भाजपा ने तालमेल के लिए बुलाई मीटिंग, अापस में ही उलझे नेता
अकाली दल के उम्मीदवार चरणजीत सिंह अटवाल के प्रचार अभियान को शिअद और भाजपा नेताओं में खींचतान रोड़ा अटका रही है।
जेएनएन, जालंधर। अकाली दल के उम्मीदवार चरणजीत सिंह अटवाल के प्रचार अभियान को शिअद और भाजपा नेताओं में खींचतान रोड़ा अटका रही है। शनिवार को भी दोनों दलों के नेताओं में तालमेल के लिए बुलाई मीटिंग में हंगामा हो गया। दोनों ही पार्टियों के नेता इक दूजे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे और नौबत बहसबाजी तक पहुंच गई। हालात ऐसे हुए कि मीटिंग बिना तालमेल कमेटी के गठन के समाप्त हो गई।
डिफेंस कॉलोनी में शिरोमणी अकाली दल के उम्मीदवार चरणजीत सिंह अटवाल का चुनाव दफ्तर में शाम को अकाली दल और भाजपा के नेताओं की ज्वाइंट मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में नगर निगम का चुनाव लडऩे वाले नेताओं बुलाया गया था। मुद्दा था कि दोनों पार्टियों की कोआर्डीनेशन कमेटी बनाई जाए ताकि चुनाव प्रचार बेहतर ढंग से हो सके। मीटिंग शुरू ही हुई थी कि निगम चुनाव लडऩे वाले नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए कि चुनाव के दौरान उन्हें जानबूझ कर हराया गया।
भजन लाल ने महिंदर भगत को हार का जिम्मेवार ठहराया
अकाली दल के एससी विंग के प्रधान भजन लाल चोपड़ा ने भाजपा नेता महिंदर भगत की गैर मौजूदगी में आरोप लगाया कि उनकी हार के पीछे सीधे-सीधे महिंदर भगत का ही हाथ है। चोपड़ा ने कहा कि उन्हें अकाली दल ने टिकट दी थी लेकिन महिंदर भगत ने प्रेशर डाल कर टिकट को भाजपा के खाते में डलवा लिया और उनकी पत्नी को भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लडऩे के लिए मजबूर किया। चोपड़ा का आरोप है कि भगत ने चुनाव के दौरान आजाद उम्मीदवार के पक्ष में मतदान के लिए लोगों को फोन किए, इस कारण से उनकी पत्नी को हार का कर सामना करना पड़ा।
मक्कड़ पर मीटिंग में न बुलाने का आरोप
भाजपा टिकट पर वार्ड नंबर 21 से चुनाव लडऩे वाले अजय चोपड़ा का आरोप है कि पूर्व विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ जब भी उनके वार्ड में मीटिंग करते हैं तो उन्हें नहीं बुलाया जाता। इससे एकजुट होकर कैसे काम करेंगे।
इकबाल ढींढसा ने कालिया पर लगाया आरोप
सरबजीत मक्कड़ के करीबी नेता इकबाल सिंह ढींढसा ने लगाया। ढींढसा ने कहा कि पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया जब भी वार्ड में मीटिंग करते हैं तो उन्हें नहीं बुलाते। यह गलत तरीका है। इसे ठीक करेंगे तो ही गठबंधन को फायदा होगा।
प्रभाकर करते रहे बीच-बचाव
मीटिंग में मौजूद वरिष्ठ भाजपा नेता भगवंत प्रभाकर ने कहा कि क्या अब वह अपनी हार के लिए जिला अकाली दल के प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण को जिम्मेवार ठहराएं क्योंकि मन्नण उसी इलाके में रहते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं को शांत करने की भरकस कोशिश की पर कामयाब नहीं हो पाए।
यूथ अकाली दल की मीटिंग भी फेल
चुनाव प्रचार को गति देने के लिए शिरोमणि अकाली दल ने शनिवार को मीटिंग बुलाई थी, लेकिन मीटिंग में गिनती के ही नेता पहुंचे। इस कारण से मीटिंग को रद करना पड़ा। यूथ अकाली दल में प्रधानगी को लेकर लड़ाई चल रही है। यूथ में गुटबंदी हावी है। बड़े नेताओं की गुटबंदी का असर भी यूथ की एक्टिविटी पर पड़ रहा है। प्रधान की घोषणा में अकाली दल के नेता ही रुकावट बने हैं। शनिवार की मीटिंग चरणजीत सिंह अटवाल के बेटे इंदर इकबाल सिंह अटवाल ने बुलाई थी, लेकिन यूथ नेताओं ने मीटिंग से दूरी ही रखी। बताया जा रहा है कि यूथ नेताओं ने तालमेल करके ही प्रोग्राम फेल किया है।