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किसानों में खुशी, गेहूं खरीद का 22.91 करोड़ सीधे खातों में पहुंचा

गेहूं खरीद के काम के लिए पहली बार लागू की गई डिजिटलाइजेशन पालिसी का लाभ किसानों को मिलने लगा है। अभी तक 22.91 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे जा चुके है। इसे लेकर किसानों ने संतुष्टि जताई है।

By Edited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 07:41 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 07:41 AM (IST)
किसानों में खुशी, गेहूं खरीद का 22.91 करोड़ सीधे खातों में पहुंचा
गेहूं खरीद के काम के लिए पहली बार लागू की गई डिजिटलाइजेशन पालिसी का लाभ किसानों को मिलने लगा है।

जागरण संवाददाता, जालंधर : गेहूं खरीद के काम के लिए पहली बार लागू की गई डिजिटलाइजेशन पालिसी का लाभ किसानों को मिलने लगा है। अभी तक 22.91 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे जा चुके है। इसे लेकर किसानों ने संतुष्टि जताई है। डीसी घनश्याम थोरी ने कहा कि जिले में खरीद का काम निर्विघ्न पूरा करने के लिए 137 खरीद केंद्र बनाए गए। वहां फसल बेचने के बाद किसानों के खातों में राशि भेजी जा रही है। इसे लेकर किसानों को किसी तरह की दिक्कत पेश नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए स्टाफ को पहले से पूरी ट्रे¨नग दी गई थी। अभी तक 263438 मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई है। 261936 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का काम पूरा किया जा चुका है।

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फूड व सिविल सप्लाई विभाग के जिला अधिकारी नरेंद्र ¨सह बताते है कि खरीद के दौरान पूरा स्टाफ सहयोग कर रहा है। पिछले वर्ष भी कोरोना काल के दौरान विभाग के इंस्पेक्टरों से लेकर स्टाफ सदस्यों ने पूरा सहयोग किया था। इस बार भी पूरा स्टाफ मंडियों में तैनात होकर जिम्मेदारी निभा रहा है। सीधी अदायगी पर किसानों ने जताई संतुष्टि नई दाना मंडी में फसल की बिक्री करने पहुंचे किसान रणजीत ¨सह ने बताया कि वह उनकी फसल को चंद घंटों में ही खरीदने के बाद लिफ्टिंग भी कर दी गई है। फसल की अदायगी भी साथ ही खाते में भेज दी गई। 24 घंटे से भी कम समय में पैसा हाथ में आ गया। शाहकोट के किसान संदीप ¨सह ने बताया कि सीधी अदायगी से उन्हें दोहरा लाभ मिला। एक तो बिचौलिया न होने से कोई कटौती नहीं हुई। दूसरा पैसे सीधे खाते में आ गए। बारिश ने बढ़ाई परेशानी उधर बेमौसमी बारिश ने किसानों के माथ पर ¨चता की लकीरें खींच दी है। पहले मंगलवार व फिर बुधवार को हुई बारिश से किसानों को गेहूं में नमी की मात्रा अधिक होने की ¨चता सता रही है। भले ही मंडियों में तिरपाल का व्यापक प्रबंध किया गया है, बावजूद इसके पानी जमा होने के कारण किसानों को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसान सरवन ¨सह बताते है कि गेहूं में नमी की मात्रा अधिक होने के बाद इसे सूखाने पर भारी परेशानी हो रही है। खेत में तैयार फसल की बर्बादी की ¨चता अलग से हो रही है।


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