शुगर के मरीजों कोे हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा: डाॅ. तलवाड़
शूगर के मरीजों के हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है। गोल्डन अस्पताल के डाॅ. विपिन तलवाड़ ने संगोष्ठी के दौरान दिल की बीमारियों की जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, जालंधर। शूगर के मरीजों को सामान्य लोगों के मुकाबले हार्ट अटैक होने का खतरा अधिक होता हैं। इस बात की जानकारी गोल्डन अस्पताल के डाॅ. विपिन तलवाड़ ने एसोसिएशन आॅफ फिजिशियंस आॅफ इंडिया (एपीआइ) की ओर से स्थानीय होटल में आयोजित संगोेष्ठी में दी। डाॅ. बलराज गुप्ता की अगुवाई में आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने बताया कि एक तिहाई आबादी शूगर की गिरफ्त में है। जागरूकता के अभाव के चलते लोग लक्षणों को महसूस करने के बावजूद जांच से दूर रहते है। सही समय पर दवाई व परहेज से काबू न करने से शरीर के विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचने लगता हैं।
उन्होंने बताया कि बीमारी भयानक दौर में पहुंचने पर दवाइयों से इलाज की सफलता दर में गिरावट आने लगती हैं। इनमें से कुछ लोग एेसे शामिल हैं जिन्हें बीमारी के बारे में जानकारी नहीं है। एेसे मरीजों को बीमारी के शुरू होने के पांच साल के भीतर हार्ट अटैक होने का खतरा अधिक होता है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा विज्ञान की आधुनिक खोज से तैयार दवाइयों से इलाज कर खतरे को टाला जा सकता है। संगोेष्ठी के दौरान डीएमसी से डाॅ. परमिंदर सिंह ने शुगर की बीमारी के साथ दिल की बीमारियों के मरीजों की जांच और इलाज के विषय पर विचार विमर्श किए। उन्होंने बीमारी के दौरान दवाइयों के नुकसान व फायदे के बारे में जानकारी दी।
इस मौके पर सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपिरटेंडेंट डाॅ. जसमीत कौर बावा, डाॅ. केएस बावा, डाॅ. मनजीत कौर बावा, डाॅ. नरेश बाठला, डाॅ. जीएस बब्बर, डाॅ. मंजू गुप्ता, डाॅ. पवन गुप्ता , डाॅ. एमके अरोड़ा, डाॅ. सीपी सिक्का के अलावा एपीआई के अन्य सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित रहे।