मंदबुद्धि युवक को गुज्जरों ने बना रखा था बंधुआ मजदूर, गांव के युवकों ने करवाया आजाद
देहात पुलिस के क्षेत्र अलावलपुर में एक मंदबुद्धि युवक को गुज्जरों ने बंधुआ मजदूर बना रखा था। युवक को जबरन डेरे में रखा गया था।
जागरण संवाददाता, जालंधर / किशनगढ़ : देहात पुलिस के क्षेत्र अलावलपुर में एक मंदबुद्धि युवक को गुज्जरों ने बंधुआ मजदूर बना रखा था। युवक को जबरन डेरे में रखा गया था। डेरे का मालिक गुज्जर युवक से सुबह सात से आठ और फिर देर रात को दुधारू पशुओं को चारा डलवाने, गोबर उठवाने और दूध दोहने का काम लेता था। काम करवाने के बाद उसे एक कमरे में बंद कर देते थे। उसे सुबह सात से आठ और देर रात को बाहर निकाला जाता था। इस बारे में जब अलावलपुर के गांव दौलीके के कुछ युवकों को पता चला, तो उन्होंने डेरे पर नजर रखनी शुरू कर दी। इस दौरान युवकों ने पाया कि डेरा मालिक ने उक्त मंदबुद्धि युवक को सुबह काम के लिए कमरे से बाहर निकाला। उससे जबरन काम करवाया और कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद रात को दोबारा काम करवाने के लिए उसे निकाला। युवकों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद चौकी अलावलपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच डेरे पर गुलाम बना कर रखे गए युवक आजाद करवाया। जांच अधिकारी व पुलिस चौकी आदमपुर के इंचार्ज एएसआइ रविदर सिंह ने बताया कि उक्त युवक मंदबुद्धि है। उसे सिर्फ यह पता है कि उसका नाम बलवीर सिंह है। उसका घर कहां है, माता-पिता कौन है इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। युवक की उम्र 27 से 32 साल के करीब है। पुलिस ने बलवीर सिंह को गुज्जर के डेरे से छुड़वा उसे करतारपुर स्थित राजू वृद्ध आश्रम कमेटी में दाखिल करवाया दिया है। -गुज्जर ने कहा भूला भटका देखकर रख लिया था
एएसआइ रविदर ने बताया कि डेरे मालिक गुज्जर अम्मू ने पूछताछ में बताया कि करीब दो माह पहले उसे उक्त युवक उसके डेरे के पास भूला भटका मिला था। उसने उस से बहुत पूछा कि वह कहां से आया है, लेकिन कुछ नहीं पता चला और ना ही किसी तरह का कोई आइडी प्रूफ उसके पास से मिला। इस पर उसने उक्त मंदबुद्धि युवक को डेरे में रख लिया। वह उसे सुबह, दोपहर और शाम का खाना देता था। इसलिए साथ ही देरे का काम भी करवा लेता था। उससे गलती हुई कि उसने बिना पुलिस को सूचित किए उक्त युवक को गैरकानूनी तरीके से अपने पास रखा और उस से काम लिया। -शिकायत देने का बावजूद पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया
गांव दौलीके के दारा सिद्धू, रंधावा सिद्धू, लखवीर सिंह, बलजीत सिंह, जसपाल सिंह, देसराज और ब्यास पिड के स्कूटर टीचर बलविदर कुमार को उक्त मामले का पता चलते ही उन्होंने डेरे पर नजर रखी। जसपाल ने बताया कि उन्होंने डेरा मालिक को रंगे हाथों युवक से जबरन काम करवाते पकड़ा था और पुलिस के हवाले किया था। उन्होंने अलावलपुर पुलिस को मामले में डेरे के मालिक के खिलाफ लिखित में शिकायत दर्ज करवाई। वहीं, दूसरी तरफ चौकी इंचार्ज एएसआइ रविदर से उक्त घटना में केस ना दर्ज किए जाने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिला। -एक माह पुराने मामले में भी कार्रवाई नहीं की
इससे पहले 19 जनवरी को पुलिस चौकी अलावलपुर के क्षेत्र ब्यास पिड के पास स्थित गुज्जरों के डेरे से करीब 35 साल के युवक को आजाद करवाया गया था। डेरे के मालिक गुज्जर ने उक्त युवक जो मंदबुद्धि था उसे गैर कानूनी तरीके से अपने पास बंधुआ मजदूर बनाकर रखा था। गांव दौलीके के ही युवकों ने उसे भी वहां से आजाद करवाया था, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी पुलिस ने किसी तरह का कोई केस दर्ज नहीं किया है।