क्रूरता से इलाज में डॉगी की मौत, GADVASU के डॉक्टर ने बोला- यहां कुत्ते मरते रहते हैं
बलजीत सिंह ने बताया कि वह अपने कुत्ते को उपचार के लिए गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी ले गए थे। वहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान क्रूरता बरती जिससे उसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई।
जालंधर, जेएनएन। लुधियाना स्थित गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी में फिल्लौर के रहने वाले व्यक्ति के बीमार कुत्ते की मौत के बाद इलाज करने वाले डॉक्टर सहित 5 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।कुत्ते के मालिक बलजीत सिंह ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही के साथ-साथ कुत्ते पर क्रूरता बरतने का आरोप लगाया है। उनकी शिकायत की जांच करते हुए फिल्लौर पुलिस ने डॉ. चरणजीत सिंह और उनके चार साथियों के खिलाफ संबंधित धाराओं जीरो एफआईआर दर्ज की है। इसके बाद केस को लुधियाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है।
मुंह पर बांध दी रस्सी, तड़पकर मौत
मूल रूप से संगरूर के रहने वाले बलजीत सिंह वर्तमान में फिल्लौर में रहते हैं। उन्होंने बताया कि गत मंगलवार को रोटवीलर ब्रीड के उनके कुत्ते की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। उसकी आंख से लगातार पानी निकल रहा था। वह उसे इलाज के लिए गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी (GADVASU) ले गए। वहां उनकी मुलाकात डॉ. चरणजीत से हुई। इलाज के दौरान उन्होंने अपने साथियों की मदद से कुत्ते के मुंह को रस्सी से कसकर बांध दिया। रस्सी बांधने के बाद सांस लेने में परेशानी के कारण उनका कुत्ता तड़पने लगा। बलजीत ने कहा कि उनके मना करने के बाद भी डॉक्टरों ने कुत्ते को नहीं छोड़ा। बार-बार मिन्नतें करने पर जब डॉक्टरों ने उसे छोड़ा तो बोरी खोलने पर उसके मुंह से खून निकल रहा था और वह दम तोड़ चुका था।
बलजीत ने कहा कि डॉ. चरणजीत सिंह ने उनसे कहा कि यहां बहुत कुत्ते मरते रहते हैं। तुम्हारा भी मर गया तो क्या हुआ। कुत्ते की मौत के बाद उन्होंने मामले की शिकायत फिल्लौर पुलिस चौकी में दी थी। इसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए डॉ. चरनजीत सिंह और उनके चार साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और उसे लुधियाना ट्रांसफर कर दिया।