क्रिकेटर हरभजन सिंह बोले- राजनीति में आया तो पंजाब में खेलों को प्राेत्साहित करना हाेगी पहल
जालंधर में क्रिकेटर हरभजन सिंह ने संन्यास लेने के बाद ब्लर्टन पार्क में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि इसी मैदान से शुरुआत की थी व इसी में सन्यास की प्रेस कांफ्रेंस कर रहा हूं। क्रिकेट में काफी कुछ दिया है व मुकाम भी हासिल किया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में क्रिकेटर हरभजन सिंह ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया कि ब्लर्टन पार्क में ही क्रिकेट की शुरुआत की थी और इसी मैदान में सन्यास की प्रेस कांफ्रेंस कर रहा हूं। जीवन में क्रिकेट ना होती तो मैं इस मुकाम पर नहीं पहुंच सकता था। वर्ष 1994 में अपने क्रिकेट का करियर शुरू किया था। इस क्रिकेट ने काफी कुछ दिया है और वह मुकाम भी हासिल किया। फिलहाल संन्यास लेने के बाद अभी कोई फ्यूचर प्लान नहीं किया है।
उन्होंने कहा है कि अगर किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ते हैं तो वह सबसे पहले मीडिया को बताएंगे। आइपीएल की टीमों के मेंटर कॉमेंटेटर की भूमिका में आ सकते हैं। उन्होंने कहा है कि अधिक समय परिवार के साथ रहना चाहता हूं पंजाब में खेलों का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर नहीं है जिसकी वजह से कई खेलें पिछड़ रही है अगर राजनीति मैं आता हूं तो खेलों को प्रोत्साहित करना मेरी पहली पहल होगी।
बता दें कि दौलतपुरी स्थित भज्जी के पुराने घर के बाहर गली में आज भी तमाम बच्चे भज्जी जैसा बनने का सपना लिए रोजाना घंटों क्रिकेट खेलते हैं। उन बच्चों की माताएं कहती हैं-साड्डे हत्थों पलया ते जन्मा सी भच्जी। अस्सी वी अपने बच्चेया नू खेड़न तो नई रोकदे। भज्जी को बचपन में खिलाने वाली परमजीत कौर ने बताया-भज्जी जदो छोटा सी तो गलियां दे विच थापी लैके खेलदा रहदां सी, साड्डे शीशे होर पाइपां तोड़ देंदा सी। बलजीत कौर बताती हैं कि भज्जी उनकी गोद में खेला है और जब बड़ा हो गया तो गली में खेलने लगा। भज्जी अपने परिवार से पहुत प्यार करता था। खेलते-खेलते थक जाता था तो जिसका भी घर मिलता उसी के घर में घुस जाता था और पानी लेकर पीने लगता था। परवीन कुमारी व रमन बताती हैं कि भज्जी बहुत मजाकिया था।