चेयरमैन ने 20 लाख का सड़कों के रखरखाव का एस्टीमेट बनवाया, मेयर जगदीश राजा ने किया रद
वार्डों में सड़कों के रखरखाव के लिए बजट 10 से 20 लाख करने का प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाया जिससे पार्षद खासे नाराज हैं। मेयर जगदीश राजा ने कहा कि सभी के लिए नियम बराबर हैं।
जालंधर, जेएनएन। वार्डों में सड़कों के रखरखाव के लिए बजट 10 लाख से 20 लाख करने का प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाया जिससे पार्षद नाराज हैं। उन वार्ड पार्षदों में ज्यादा नाराजगी है जिनके इलाकों में अवैध कॉलोनियां हैं और नगर निगम विकास कार्य करवाने के लिए फंड खर्च नहीं कर सकता।
वहीं यह बात भी सामने आ रही है कि बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग ने अपने वार्ड में रखरखाव के लिए 20 लाख का एस्टीमेट बनवाया है। इस पर वार्ड नंबर आठ के पार्षद शमशेर सिंह खैहरा ने नाराजगी जताई है। पार्षद खैहरा ने कहा कि सभी वार्डों में 20 लाख से ही काम होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि खास कर उन वार्डों में 20 लाख रुपये रखरखाव पर खर्च होने चाहिए जिनमें बाहरी इलाका शामिल है और अवैध कॉलोनियां हैं। अगर निगम काम नहीं करवा पा रहा है तो रखरखाव के बजट से कई काम करवाए जा सकते हैं। वहीं मेयर जगदीश राजा ने कहा कि सभी के लिए नियम बराबर हैं और अगर किसी ने रखरखाव के लिए 20 लाख का एस्टीमेट बनाया है तो वो रद किया जाएगा।
20 लाख से रखरखाव के काम करवाने का प्रस्ताव
इसी के मद्देनजर लाया गया था कि वार्डों में काम आसान होंगे लेकिन इस पर बात नहीं बन सकी। वायब्रेटर मशीन से होगा पैचवर्क नगर निगम ने सड़कों पर पैचवर्क करवाने के लिए वायब्रेटर मशीन ट्रायल के तौर पर मंगवाई है। इस मशीन से पैचवर्क करने का काम शुरू कर दिया गया है। सोमवार को मॉडल टाउन में नगर निगम की टीम ने इसी मशीन से गड्ढों में लुक और बजरी के पैच लगवाए।
निगम के एसई रजनीश डोगरा ने कहा कि यह मशीन ट्रायल के तौर पर मंगवाई गई है अगर सफल रही तो निगम ऐसी मशीनें खरीदेगा। डोगरा ने बताया कि मैन्युअल तरीके से लगाए पैच टिक नहीं पाते हैं। वायब्रेटर मशीन रोड रोलर की तरह ही काम करती है।
कूड़ा न उठाने पर जब भड़के खैहरा
पार्षद शमशेर खैहरा के वार्ड में बने डंप से कूड़ा न उठाने पर निगम की हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी से नाराजगी जताई है। शमशेर सिंह खैरा ने हेल्थ कमेटी के चेयरमैन बलराज ठाकुर और सदस्यों से बैठक की और कहा कि उनके वार्ड में कई डंप बिना मंजूरी बने हुए हैं। निगम की गाड़ियां वहां से कूड़ा नहीं उठा रही। शमशेर सिंह खैरा ने एक बार तो कह दिया कि वह कूड़ा उठाकर निगम ऑफिस में ही फेंक देंगे। चेयरमैन ठाकुर ने उन्हें शांत किया।