तीन डाक्टरों और 23 बच्चों समेत 294 संक्रमित,इटली से आए दस लोगों में से सिर्फ एक पाजिटिव
कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या देख भले ही नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया और कई तरह की गाइडलाइंस जारी की गई लेकिन लोग उनका पालन नहीं कर रहे।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या देख भले ही नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया और कई तरह की गाइडलाइंस जारी की गई लेकिन लोग उनका पालन नहीं कर रहे। प्रशासन भी इन नीतियों का पालन नहीं करवा पा रहा। रविवार को संडे बाजार में जमकर भीड़ दिखी। ज्यादातर लोगों ने न तो मास्क पहन रखे थे और न शारीरिक दूरी थी। फड़ियां लगाने वालों ने भी मास्क नहीं डाले। इस तरह की लापरवाही भविष्य में कोरोना को लेकर खतरनाक साबित हो सकती है। दूसरी तरफ कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने का सिलसिला थम नहीं रहा। रविवार को जिले में 294 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। इनमें 16 अन्य जिलों व राज्य से संबंधित है। पिछले दिनों इटली से आए 16 लोगों में 14 ट्रेस हुए थे। उनमें से दस की रिपोर्ट आई लेकिन सिर्फ एक व्यक्ति ही पाजिटिव पाया गया। कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। 24 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर पहुंचे। सेहत विभाग के अनुसार 5 जनवरी को जिले में मरीजों की संख्या 64008 थी जो चार दिन में 65135 तक पहुंच गई। सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट पर टेस्ट करवाने वाली एजेंसी की किटें ठीक न होने की वजह से दिक्कत आई है। गत दिवस इटली से आए 44 यात्रियों के सैंपल लेने की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक 1820 विदेशी यात्री आ चुके है। इनमें से 477 के सैंपलों की जांच हो चुकी है। सिर्फ नौ को कोरोना होने की पुष्टि हुई। केवल 34 मरीज ही अस्पतालों में दाखिल है। बाकी 1366 होम आईसोलेट है। पाश कालोनियां बन रही हाट स्पाट
रविवार को 14 परिवारों के 32 सदस्य भी कोरोना की चपेट में है। शहर में पाश कालोनियां कोरोना की हाट स्पाट बन रही है। गुजराल नगर में आठ, माडल टाउन में सात, जीटीबी नगर, जेपी नगर व जोगिदर नगर में चार, न्यू जवाहर नगर,आदर्श नगर, अंबिका कालोनी, छोटी बारादरी पार्ट-2, मास्टर तारा सिंह नगर और जालंधर हाइट्स इलाके में तीन-तीन मामले सामने आए है।