घर बुलाने के बजाय कंजक तक पहुंचा दें सामान व उपहार
अगर कंजक पूजन के दौरान घर में बच्चियां नहीं आ रही है तो अष्टमी पूजा के साथ उन बच्चियों के लिए संकल्प लेकर सामान व उपहार निकाल कर रख सकते हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। चैत्र के नवरात्र पर भले ही शहर के मंदिरों में भक्तों के लिए प्रबंधक कमेटियों ने व्यापक प्रबंध किए लेकिन मंगलवार को मनाई जा रही अष्टमी पर घर में कंजक पूजन को लेकर लोगों में संशय बरकरार है। अधिकतर लोग छोटी बच्चियों को दूसरे के घर में भेजकर पूजन करवाने से परहेज कर रहे है। लोग भी कंजक पूजन के दौरान घर में छोटे बच्चों की भीड़ एकत्रित करने से कतराने लगे है। इस बीच शहर के पुजारियों ने बीच का रास्ता दिखाया है। श्री हरि दर्शन मंदिर अशोक नगर के प्रमुख पुजारी पंडित प्रमोद शास्त्री बताते है कि अगर कंजक पूजन के दौरान घर में बच्चियां नहीं आ रही है तो अष्टमी पूजा के साथ उन बच्चियों के लिए संकल्प लेकर सामान व उपहार निकाल कर रख सकते हैं। दिनभर किसी भी समय उन तक सामान पहुंचाया जा सकता है। इससे पहले सामान को मंदिर के सामने रखकर संकल्प लेना होगा।
ज्योतिषाचार्य रामजी बताते है कि अगर घर में कंजक पूजन कर रहे है तो बच्चियों को फासले के साथ बिठाएं। उनके चेहरे पर से मास्क न उतरवाए व पूजा जल्दी करके उन्हें विदा कर दें। घर में अष्टमी पूजा करके बच्चियों का सामान उन्हें घर पहुंचाया जा सकता है। - दिनभर रहेगा मुहूर्त
सुबह 7.15 से 9.02 बजे तक।
दोपहर 1.40 बजे से 3.50 बजे। - आज अष्टमी पूजन के साथ होगा मां महागौरी की पूजा
मंगलवार को अष्टमी पूजन के साथ मां दुर्गा के स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाएगी। रामजी बताते है कि मां महागौरी की कृपा से सुख, समृद्धि, यश, कीर्ति, विजय व आरोग्यता प्राप्त होती है। मंगलवार को आदिशक्ति मां दुर्गा पूजा करने से दोहरा फल प्राप्त होता है। एक तो कंजक पूजन व दूसरा मं महागौरी की पूजा का अवसर एक साथ प्राप्त होगा।