इंप्रूवमेंट ट्रस्ट चेयरमैन के दो और ईओ के आठ गिरफ्तारी वारंट जारी
जिला उपभोक्ता फोरम ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के खिलाफ 10 गिरफ्तारी वारंट निकाले हैं।
जालंधर, जेएनएन। जिला उपभोक्ता फोरम ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के खिलाफ 10 गिरफ्तारी वारंट निकाले हैं। इनमें से दो वारंट चेयरमैन और आठ वारंट ईओ के खिलाफ हैं। सभी दस वारंट बीबी भानी कांप्लेक्स के फ्लैटों की अलॉटमेंट के मामले से संबंधित हैं। दस मामलों में ट्रस्ट को अलॉटियों को 82 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। 10 में से पांच मामलों में गैर जमानती वारंट जारी हुए हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलुवालिया हैं जबकि ईओ के पद पर जतिंदर सिंह हैं।
सभी अलॉटियों ने बीबी भानी कांप्लेक्स में फ्लैट लिए लेकिन ट्रस्ट तय समय पर अलॉटियों को फ्लैट बनाकर नहीं दे सका और जब फ्लैट बने तो क्वालिटी मटीरियल इस्तेमाल ना होने पर विरोध किया। कांप्लेक्स में मलभूत सुविधाएं भी नहीं थीं। इसके विरोध में बड़ी गिनती में फ्लैटधारक ट्रस्ट को दी कीमत की वापसी के लिए उपभोक्ता फोरम चले गए। इससे पहले भी कई मामलों में उपभोक्ता फोरम ने ट्रस्ट के खिलाफ फैसला दिया है। कई मामलों में ट्रस्ट ने फ्लैट होल्डर्स को राशि वापस की है। ज्यादातर मामलों में स्टेट कंज्यूमर कमिशन ने ट्रस्ट की अपील भी खारिज की है और याचिकाकर्ता को कानूनी फीस के तौर पर फ्लैटधारक को 25 हजार रुपये फीस देने के आदेश भी दिए हैं।
इन मामलों में चेयरमैन के खिलाफ जारी हुए वारंट
- गौरी शंकर, 14 लाख, 15 जुलाई तक भुगतान के आदेश
- गोपाल कृष्ण, 13 लाख, 29 जून तक भुगतान के आदेश
इन मामलों में ईओ को वारंट जारी हुए
- गुरमीत सिंह, 11 लाख, 14 जुलाई तक भुगतान
- हरप्रीत सिंह, आठ लाख, 14 जुलाई तक भुगतान
- दालचंद गुप्ता, 3.88 लाख, 14 जुलाई तक भुगतान
- राज कुमार पराशर, 5.84 लाख, 13 जुलाई तक भुगतान
- बनवारी लाल खन्ना, 5.83 लाख, 13 जुलाई तक भुगतान
- सुखदेव सिंह, 6.60 लाख, 13 जुलाई तक भुगतान
- कमल देव, 6.47 लाख, 13 जुलाई तक भुगतान
- नवतेज ¨सह चाहल, 6.86 लाख, 13 जुलाई तक भुगतान
चेयरमैन के ट्रांसफर लेटर से राजनीतिक हलचल
पंजाब सरकार की शानिवार को आई ट्रांसफर लिस्ट में नगर निगम के नए कमिश्नर करनेश शर्मा को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन के पद पर नियुक्त करने के आदेश से राजनीतिक हलचल तेज रही। यह चर्चा रही कि क्या दलजीत ¨सह आहुलवालिया को पद से हटा दिया गया है। हालांकि यह एक क्लेरिकल मिस्टेक ही थी। चेयरमैन का चार्ज नगर निगम कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा के पास रहा था। जब आहलुवालिया चेयरमैन बने तो लाकड़ा ने चार्ज छोड़ दिया था। अब जब लाकड़ा का ट्रांसफर हुआ तो लिस्ट में दीपर्वा लाकड़ा को ही चेयरमैन बताया गया और नया चार्ज निगम के नए कमिश्नर करनेश शर्मा को दिया। हालांकि दलजीत ¨सह आहलुवालिया ने कहा कि यह कलेरिकल मिस्टेक हैं और लुधियाना में भी ऐसा ही हुआ है।