अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी में यह कांग्रेस नेत्री, जानें क्यों
कांग्रेस नेत्री निमिषा मेहता ने कत्ल के एक मामले में खेमकरण के विधायक विरसा सिंह वल्टोहा को कोर्ट में घसीटने का एलान किया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : अकाली दल और कांग्रेस नेता एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार विधानसभा हलका खेमकरण से दो बार विधायक रहे अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा पर निशालना साधते हुए कांग्रेसी नेत्री निमिषा मेहता ने सुखबीर सिंह बादल से वल्टोहा को शिरोमणि अकाली दल से बर्खास्त करने की मांग की है। निमिषा ने कहा है कि वह वल्टोहा के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित पटीशन भी दाखिल करेंगी।
निमिषा ने कहा कि 30 सितंबर 1983 को पट्टी में डॉ. सुदर्शन कुमार त्रेहन का कत्ल हो गया था। इसमें पकड़े गए हरदेव सिंह और बलदेव सिंह ने बकायदा अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा के कत्ल में शामिल होने का खुलासा किया था। निमिषा मेहता ने दावा किया कि वल्टोहा का नाम आज भी इस मामले में मौजूद है एवं वल्टोहा के पास इस केस से बरी होने का कोई दस्तावेज नहीं है। इसके बावजूद वल्टोहा ने इस मामले के बारे अपने वोटरों, सरकार एवं चुनाव आयोग को अंधेरे में रखा।
वल्टोहा ने किया था आतंकी होने का ऐलान
निमिषा मेहता ने कहा कि विरसा सिंह वल्टोहा ने पंजाब विधानसभा में खुद अपने आप के आतंकवादी होने का एलान किया था और कहा था कि वह आतंकवादी हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि अकाली दल ने उस बयान पर कोई कार्रवाई करने की बजाय वल्टोहा की पीठ ही थपथपाई थी। एेसे नेता के खिलाफ तो तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।