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निक्कू पार्क की दुर्दशा से कांग्रेस पार्षद भी नाराज

निक्कू पार्क की दुर्दशा से कांग्रेस पार्षद भी नाराज हैं। उन्होंने इसे निजी हाथों में देने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 10:00 AM (IST)
निक्कू पार्क की दुर्दशा से कांग्रेस पार्षद भी नाराज
निक्कू पार्क की दुर्दशा से कांग्रेस पार्षद भी नाराज

जागरण संवाददाता, जालंधर

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शहर के दिल कहे जाते माडल टाउन स्थित निक्कू पार्क की दुर्दशा से कांग्रेस पार्षद भी नाराज हैं। उनका भी कहना है कि पार्क को सोसायटी या निजी हाथों में सौंपा जाए, ताकि इसकी गरिमा बहाल हो सके। दरअसल, निक्कू पार्क की मेंटीनेंस का जिम्मा जिला प्रशासन के पास है और इसके लिए गठित की गई अंतरिम कमेटी के अध्यक्ष नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह हैं। अंतरिम कमेटी अपना काम ठीक तरह से नहीं कर पा रही है, जिस कारण पार्क की हालत खस्ता होती जा रही है।

लाकडाउन के कारण निक्कू पार्क करीब आठ महीने तक बंद रहा है और इस तरह आय के साधन बिल्कुल ठप रहे। अंतरिम कमेटी के पास इतना फंड नहीं है कि पार्क का रखरखाव कर सके। पार्क में झूले टूट गए हैं। निक्कू पार्क खुलने के बावजूद कई झूले इस समय नहीं चलाए जा रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि स्टाफ को देने के लिए सैलरी का इंतजाम नहीं हो पा रहा है, जिस कारण कई मुलाजिमों को काम से हटा दिया गया है। अभी न तो झूले चल पा रहे हैं और न ही पार्क में सफाई हो पा रही है। इसे लेकर लोगों में भी नाराजगी सामने आ रही है। भाजपा पार्षद भी मांग कर चुके हैं कि पार्क की जिम्मेदारी किसी निजी कंपनी या सोसायटी को देनी चाहिए, ताकि इसका ध्यान रखा जा सके। अंतरिम कमेटी के पास फंड की कमी के अलावा अधिकारियों के पास इतना समय नहीं है कि वह इस पर फोकस कर सकें। पार्क का दौरा कर देखूंगी समस्याएं : अरुणा अरोड़ा

इलाका पार्षद एवं माडल मार्केट को सफाई में नंबर वन बनाने वाली पार्षद अरुणा अरोड़ा ने कहा कि वह खुद निक्कू पार्क का दौरा करेंगी और देखेंगी कि कहां-कहां क्या कमी है और इसका कैसे हल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले सोसायटी इसकी देखभाल कर रही थी, तब कोई शिकायत नहीं थी। अब क्या-क्या शिकायतें हैं, इसको लेकर लोगों से भी बात करूंगी। यह शहर के आम लोगों के लिए मनोरंजन का सबसे सस्ता विकल्प है। निजी हाथों में देना बेहतर : मिटू जुनेजा

वार्ड नंबर 24 के पार्षद मिटू जुनेजा ने कहा कि निक्कू पार्क की मेंटीनेंस की जिम्मेदारी किसी बड़ी कंपनी या एनजीओ को दे देनी चाहिए। इसका रखरखाव जरूरी है, क्योंकि यह आम पब्लिक से जुड़ा मामला है। जिला प्रशासन के पास न तो इतना समय है और न ही वह अपने स्तर पर कहीं से फंड का इंतजाम कर पाएंगे। इसका रखरखाव कोई सोसायटी ही कर पाएगी, जिसे सामाजिक कार्य करने का तजुर्बा हो। पार्क की अनदेखी ठीक नहीं : जगदीश समराय

वार्ड नंबर 78 के पार्षद जगदीश समराय ने कहा कि निक्कू पार्क का महत्व हर घर में है और खासकर आम वर्ग में। यहां पर मनोरंजन के साधन बेहद ही कम कीमत पर उपलब्ध हैं। इसकी क्रेडिबिलिटी उसी तरह बनी रहनी चाहिए, जिस तरह प्राइवेट सोसायटी के समय थी। इसकी जिम्मेदारी किसी अच्छी सोसायटी को दे देनी चाहिए, ताकि लोगों का विश्वास यहां बना रहे। इसकी अनदेखी ठीक नहीं है। लुधियाना के रख बाग से सीखने की जरूरत

लुधियाना का रख बाग जिला प्रशासन के लिए एक अच्छा उदाहरण हो सकता है। रख बाग को पहले लुधियाना नगर निगम मेंटेन करता था, लेकिन इसकी हालत ठीक नहीं थी। इसके बाद एक बड़ी कंपनी ने इसके रखरखाव की जिम्मेदारी ली तो यहां पर कायाकल्प हो गया। एक समय था कि जब यहां पर रोजाना 100 लोग भी नहीं आते थे, लेकिन अब ऐसे हालात हैं कि यहां पर एंट्री मिलनी मुश्किल हो जाती है।


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