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टी स्टॉल से बॉलीवुड तक लहरी की लहर

प्रतिभा हर इंसान में होती है। जरूरत होती है केवल उसको निखारने की तथा बेहतर प्लेटफार्म तक पहुंचाने की। ये कहना है जालंधर के बस्ती गुजा में जन्में तथा अमृतसर से होते हुए मुंबई तक का सफर तय करने वाले प्रसिद्ध कॉमेडियन सुदेश लहरी का।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 12:09 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 12:09 PM (IST)
टी स्टॉल से बॉलीवुड तक लहरी की लहर
टी स्टॉल से बॉलीवुड तक लहरी की लहर

शाम सहगल, जालंधर : प्रतिभा हर इंसान में होती है। जरूरत होती है केवल उसको निखारने की तथा बेहतर प्लेटफार्म तक पहुंचाने की। ये कहना है जालंधर के बस्ती गुजा में जन्में तथा अमृतसर से होते हुए मुंबई तक का सफर तय करने वाले प्रसिद्ध कॉमेडियन सुदेश लहरी का। आज बॉलीवुड में लहरी की लहर है। बकौल लहरी अमृतसर की गलियों में चाय बेचने से लेकर गोल्ड का काम करते-करते कब मायानगरी में कॉमेडी में नाम कमा लिया ये मैं खुद नहीं जानता। लहरी यहा ब‌र्ल्टन पार्क में जारी श्रीमदभागवत कथा में शामिल होने पहुंचे थे।

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बचपन से संगीत का शौक रखने वाले सुदेश लहरी बताते हैं कि उनका विजन संगीत के क्षेत्र में नाम हासिल करना था। अमृतसर में होने वाली रामलीला तथा शादी-विवाह के दौरान वह गाते थे तो तालियों की गड़गड़ाहट उन्हें प्रोत्साहित करती थीं। मोहम्मद रफी साहिब व किशोर कुमार के गीतों के शौकीन सुदेश लहरी बताते हैं कि आर्थिक बदहाली में गुजरे बचपन तथा जवानी में चाय की दुकान पर नौकरी करने से लेकर मजदूरी करने तक के चुनौतीपूर्ण दौर से गुजरना पड़ा। अमृतसर में ही सोने का काम भी किया। लेकिन गरीबी के कारण खास पढ़ नहीं सके तो सफलता की सीढि़यां चढ़ना भी मुश्किल लग रहा था। आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से मिली ख्याती

आकाशवाणी तथा दूरदर्शन के कार्यक्रम पटारी' से चर्चा में आए सुदेश लहरी बताते हैं कि उन्हें मुंबई में होने वाले एक बड़े शो के लिए ऑफर मिला। वह एक्साइटेड थे। अपने गुरु श्री आशुतोष महाराज से बात सांझा की। उन्होंने आशीर्वाद देकर उन्हें मुंबई जाने को कहा। यह पहला अवसर था जब एक विशाल मंच पर परफॉर्म करने का अवसर मिला था। जुदा बात है कि तीसरे स्थान पर रहे। जिस पर कोई कैश प्राइस तो नहीं केवल ट्रॉफी जीती जिसे गुरु के चरणों में अर्पित कर दी। इस पर आशुतोश महाराज का ऐसा आशीर्वाद मिला कि फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज देश-विदेश में होने वाले कई शो में परफार्म का अवसर मिला है। कॉमेडियन सुरिंदर फरिश्ता (घुल्ले शाह) को अपना आदर्श मानने वाले सुदेश लहरी बताते हैं कि खुद भले कितने भी तनाव में हो, दूसरों को हंसाना किसी चुनौती से कम नहीं है। कृष्णा के साथ जोड़ी में दरार को नकारा

एक शूटिंग के दौरान अपने जोड़ीदार कृष्णा के साथ मनमुटाव के बारे में लहरी बताते हैं कि यह केवल मीडिया द्वारा किया गया दुष्प्रचार है। उनका संबंध कृष्णा के साथ आज भी भाइयों जैसा प्यार है। बॉलीवुड में भी चमके

सलमान खान के साथ जय हो, रेड्डी तथा मुन्ना माइकल सहित कई फिल्मों में पंजाब की कॉमेडी का नाम रोशन करने वाले सुदेश लहरी बताते हैं कि जल्द ही उनकी बड़े बजट की फिल्म टोटल धमाल बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। अनिल कपूर तथा अजय देवगन सरीखे नामी अभिनेताओं के साथ रिलीज होने जा रही इस फिल्म से उन्हें काफी उम्मीद है। अच्छा रोल मिला तो पंजाबी फिल्म भी करूंगा

पंजाबी फिल्मों के बढ़ते बाजार तथा उसमें बॉलीवुड कलाकारों की शमूलियत के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह एक सुखद एहसास है कि पंजाबी सिनेमा तेजी से ग्रोथ कर रहा है। पंजाबी फिल्मों में भूमिका के सवाल पर कहा कि अगर अच्छा रोल मिला तो पंजाबी फिल्म में जरूर हाथ आजमाउंगा। संगीत वही जो मन को भाए

पंजाबी गीतों में परोसी जा रही अश्लीलता के सवाल पर सुदेश लहरी का कहना है कि संगीत वास्तव में एक थेरेपी है। सही संगीत वही है जो मन को भा जाए। लिहाजा, गलत फिल्माकन वाले गीतों को लोगों को ही नकार देना चाहिए जिससे निर्माता अश्लीलता फैलाने वाले गीतों का निर्माण ही न करें।


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