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कॉलेजों की रूकी पड़ी है 91 करोड़ों रुपये की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप

फंड सरकार रिलीज नहीं कर रही और रिश्ता विद्यार्थियों एवं शिक्षण संस्थाओं का खराब हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 04:55 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 04:55 PM (IST)
कॉलेजों की रूकी पड़ी है 91 करोड़ों रुपये की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप
कॉलेजों की रूकी पड़ी है 91 करोड़ों रुपये की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप

कमल किशोर, जालंधर : फंड सरकार रिलीज नहीं कर रही और रिश्ता विद्यार्थियों एवं शिक्षण संस्थाओं का खराब हो रहा है। शहर के कॉलेजों की करोड़ों रुपये की स्कॉलरशिप राशि रुकी पड़ी है। सरकार द्वारा एससी-एसटी विद्यार्थियों को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप उनके खाते में नहीं पहुंची है। विद्यार्थियों व कॉलेज प्रबंधन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि यूनिवर्सिटी व एग्जामिनेशन फीस आखिरकार कौन देगा। इसी बात को लेकर विद्यार्थी कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे है। विद्यार्थी भी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप का इंतजार कर रहे है। वहीं कॉलेज प्रिंसिपलों का कहना है कि हर कॉलेज की करोड़ों रुपये की राशि रुकी पड़ी है। कॉलेज चलाना मुश्किल हो रहा है। शहर के एडिड व अन-एडिड कॉलेजों की तरफ ध्यान नहीं है। शहर के कॉलेजों की 91 करोड़ की स्कॉलरशिप रुकी पड़ी है। कॉलेजों की रूकी स्कॉलरशिप

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एपीजे कॉलेज-1 करोड़

लायलपुर खालसला कॉलेज-10 करोड़

बीडी आर्या कॉलेज-80 लाख

एचएमवी कॉलेज-6.22 करोड़

दोआबा कॉलेज-2.80 करोड़

लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वूमेन-2.50 करोड़

मेहरचंद बहुतकनीकी कॉलेज-5 करोड़

डीएवी कॉलेज-9 करोड़

सेंट सोल्जर ग्रुप-34 करोड़

सीटी ग्रुप-26 करोड़

प्रेमचंद मारकंडा एसडी कॉलेज-3 करोड़ कॉलेज को चलाना हुआ मुश्किल

प्रिंसिपल एसोसिएशन के प्रधान डॉ. गुरपिंदर सिंह समरा ने कहा कि एडिड व अन-एडिड कॉलेजों की करोड़ों रुपए की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप रुकी पड़ी है। कॉलेज को चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार फंड रिलीज नहीं कर रही है। विद्यार्थी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे है। सरकार को प्रिंसिपल व विद्यार्थियों के व्यवहार को ठीक रखने के लिए जल्द स्कॉलरशिप जारी करनी चाहिए। एससी-एसटी विद्यार्थियों की तरफ ध्यान नहीं

सीटी ग्रुप के एमडी मनबीर सिंह चन्नी ने कहा कि कॉलेज व इंस्टीट्यूट प्रबंधन विद्यार्थियों को दाखिला दे रहे है। सरकार का एससी-एसटी विद्यार्थियों की तरफ ध्यान नहीं है। कई ऐसे प्राइवेट इंस्टीट्यूट है जो एनपीए होने के कगार में पहुंच जाएंगे। सरकार को एजुकेशन सिस्टम बारे सोचना होगा। करोड़ों की राशि जल्द रिलीज हो

डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसके अरोड़ा ने कहा कि अगर सरकार ने कहा था कि दाखिले के समय विद्यार्थियों के खाते में स्कॉलरशिप राशि आ जाएगी। सरकार द्वारा राशि रिलीज न किए जाने के चलते विद्यार्थी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है। करोड़ों की राशि रिलीज करनी चाहिए।


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