कालेजों के शिक्षक हड़ताल पर, विद्यार्थी बोले-लड़ाई सरकार से, हमारा क्या कसूर
कालेज शिक्षकों की हड़ताल की वजह से वीरवार को एचएमवी डीएवी कालेज एलकेसी में विद्यार्थियों की पढ़ाई नहीं हुई।
जासं, जालंधर
कालेज शिक्षकों की हड़ताल की वजह से वीरवार को एचएमवी, डीएवी कालेज, एलकेसी में विद्यार्थियों की पढ़ाई नहीं हुई। कारण, इन कालेजों के शिक्षक पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन (पीसीसीटीयू) के बैनर तले अपने-अपने कालेज के आगे सातवां वेतन आयोग लागू करने की मांग कर रहे हैं। इन तीनों कालेजों में लगभग 18 हजार विद्यार्थी विभिन्न कोर्सो की पढ़ाई करते हैं। विद्यार्थी रूटीन की तरह कालेज आए, मगर उनकी पढ़ाई नहीं हुई। इस पर विद्यार्थियों ने कहा कि शिक्षकों की लड़ाई सरकार से है, उनका क्या कसूर है।
पीसीसीटीयू के आह्वान पर एचएमवी के लोकल यूनिट ने दूसरे दिन भी कालेज के बाहर प्रदर्शन किया। लोकल यूनिट की प्रधान डा. आशमीन कौर का कहना है कि कालेज टीचर्स की मांगें जायज हैं। उपप्रधान डा. हरप्रीत सिंह ने कहा कि यूनियन के कुछ साथी सरकार के रवैये के विरुद्ध आमरण अनशन पर भी बैठे हैं। इस अवसर पर डा. सीमा खन्ना, नवरूप कौर व कुलजीत कौर ने भी विचार रखे। इसी तरह से डीएवी कालेज और लायलपुर खालसा कालेज यूनिट की तरफ से भी अपने-अपने कालेजों के बाहर प्रदर्शन किया गया। विद्यार्थी बोले, पढ़ाई हो रही प्रभावित
एलकेसी के छात्र नवदीप कहते हैं कि सरकार शिक्षकों की मांगें माने, क्योंकि उन्हें भी उनका बनता हक मिलना चाहिए। हड़ताल से पढ़ाई तो उनकी खराब हो रही हैं। एचएमवी की सविता कहती हैं कि अब परीक्षाओं का जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, शिक्षक भी तैयारी पर जोर दे रहे थे। अब अचानक शिक्षकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।