कॉलेज परिसर हुए सैनिटाइज, शिक्षक कोरोना से बचाव के लिए ई-कंटेंट तैयार करने में जुटे
कोविड-19 की वजह से बंद हुए शिक्षण संस्थानों में 87 दिन बाद कॉलेजों को सैनिटाइज करके मंगलवार को खोल दिया गया।
जालंधर [अंकित शर्मा]। कोविड-19 की वजह से बंद हुए शिक्षण संस्थानों में 87 दिन बाद कॉलेजों को सैनिटाइज कर मंगलवार को खोल दिया गया। हालांकि इसमें 100 फीसद टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को ही बुलाया गया है। विद्यार्थियों के लिए शिक्षा अभी ऑनलाइन ही दी जाएगी। यानी कॉलेज अभी विद्यार्थियों के लिए नहीं खोले गए हैं।
बचाव के नियमों का पालन करते हुए सभी कालेज कर्मचारी करेंगे काम
डायरेक्टर उच्च शिक्षा की तरफ से सोमवार को ही संस्थान खोलने संबंधी हिदायतें जारी कर दी गई थी। इसलिए एक दिन पहले ही कॉलेज परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया। इसमें संस्थान के मुख्य गेट पर प्रत्येक की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और हाथों को सैनिटाइज करवाया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर सैनिटाइजर भी रखे गए हैं और प्रत्येक को मास्क पहन कर आना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा शारीरिक दूरी को बनाए रखते हुए ऑफिस वर्क में भी ख्याल रखने की हिदायतें जारी कर दी गई है।
पहले दिन कॉलेज प्रिंसिपल की तरफ से स्टाफ को कोरोना वायरस से बचने के लिए हिदायत ओं का पालन करने के लिए मोटिवेट किया और उससे डरने के बजाय आगे बढ़कर विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान ना हो इसलिए ई- कंटेंट तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया।
अब डरना नहीं, बचाव करते हुए आगे बढ़ना है- डॉ. अजय सरीन
एचएमवी की प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने कहा कि कॉलेज परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइज करवाया गया और 100 फीसद स्टाफ आया है। अब हमें कोविड-19 से डरना नहीं है बल्कि उससे बचाव की सारी सावधानियां रखते हुए आगे बढ़कर जीना सीखना होगा ताकि हम आगे हम काम पर फोकस करते हुए बच्चों को बेहतर शिक्षा दें।
बेहतर ई- कंटेंट तैयार करवाना है- डॉ. सुचरिता शर्मा
एपीजे कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुचरिता शर्मा का कहना है कि कैंपस को पूरी तरह से सैनिटाइज करवाया गया। प्रत्येक की गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जा रही है। सभी के लिए मास्क पहनकर आना अनिवार्य किया गया है। दाखिले चल रहे हैं और शिक्षकों को बेहतर शिक्षा देने के लिए एक कंटेंट तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया है क्योंकि अब आने वाला समय डिजिटल और ई-कंटेंट के आधार पर ही बेहतर होगा।