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कांग्रेसी विधायक ही नहीं एकमत, कैसे मिलेगा बहुमत

पंजाब इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) के पास स्थित मैदान में बुधवार को मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी की होने वाली बैठक व कार्यकर्ता सम्मेलन स्थगित कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 02:04 AM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 02:04 AM (IST)
कांग्रेसी विधायक ही नहीं एकमत, कैसे मिलेगा बहुमत
कांग्रेसी विधायक ही नहीं एकमत, कैसे मिलेगा बहुमत

मनोज त्रिपाठी, जालंधर

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पंजाब इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) के पास स्थित मैदान में बुधवार को मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी की होने वाली बैठक व कार्यकर्ता सम्मेलन स्थगित कर दिया गया। कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस विधायकों में ही एकमत राय नहीं थी। सभी विधायक चाहते थे कि मुख्यमंत्री की बैठक भी हो और कार्यकर्ता सम्मेलन भी लेकिन हो उनके हलके में। पहले इसे परगट सिंह के हलके कैंट में स्थित पिम्स में मैदान में करवाने का फैसला किया। विधायकों की खींचतान के चलते बैठक व कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर फंड भी नहीं जुट पाया। नतीजतन इसे स्थगित करना पड़ा।

नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनने के बाद से पावर में आए परगट सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट मंत्री भी बन गए हैं। जालंधर से अकेले परगट सिंह को ही इस सरकार के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। भले ही कुछ महीनों के लिए ही सही। बाकी के पांच विधायक साढ़े चार साल तक मंत्री बनने का इंतजार करते रहे। इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ जब सूबे में कांग्रेस की सरकार हो और जालंधर से कोई मंत्री न हो। परगट सिंह के मंत्री बनने के बाद परगट अचानक से जालंधर में नए पावर सेंटर के रूप में उभर कर सामने आए हैं। नतीजतन वर्चस्व की लड़ाई में कहीं न कहीं कांग्रेस विधायक भी उलझते नजर आ रहे हैं।

यही वजह थी कि सोमवार को चन्नी के कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर कांग्रेसी विधायकों की बैठक हुई, लेकिन आयोजन स्थल को लेकर सभी में एकमत राय नहीं बन सकी। सभी की कोशिश थी कि बैठक में उनके हलके में हो तो इसका लाभ उन्हें मिल सकता या किसी ऐसे स्थान पर हो जहां पर सभी हलकों का सेंटर प्वाइंट बने। फिलहाल चन्नी का कार्यक्रम स्थगित होने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायकों के एकमत न होने के कारण ही फंड एकत्र करने को लेकर भी किसी ने हामी नहीं भरी। अब तो आने वाले समय में ही पता चलेगा कि यह कार्यक्रम किसके हलके में किस स्वरूप में रखा जाता है। बैठक में जिला कार्यकारिणी के चुनिदा पदाधिकारियों सहित नार्थ के विधायक अवतार हैनरी जूनियर, वेस्ट के विधायक सुशील रिकू , सेंट्रल के विधायक राजिदर बेरी व शाहकोट के विधायक लाडी शेरोवालिया और करतारपुर के विधायक चौधरी सुरिदर सिंह बैठक में शामिल हुए। सांसद चौधरी संतोख सिंह और वरिष्ठ नेता काकू अहलूवालिया सहित कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद रहे।

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नहीं बनी बात तो पैलेस करने पर हुआ विचार

बैठक में शामिल प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से यह भी सुझाव रखा गया कि किसी अच्छे पैलेस में कार्यकर्ता सम्मेलन व बैठक आयोजित करवा ली जाए। इसे लेकर कुछ विधायक सहमत हो गए। इसके बाद पैलेस बूकिग की बात की गई तो शहर के लगभग सभी अच्छे पैलेस शादियों को लेकर पहले से ही बुक थे। नतीजतन पैलेस में इस आयोजन को लेकर बात नहीं बन सकी।

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सभी हलकों में कार्यकर्ता सम्मेलन की भी कवायद

जिला स्तर पर एक कार्यकर्ता सम्मेलन के बजाय अब इस बात भी विचार किया जा रहा है कि सभी हलकों में एक-एक कार्यकर्ता सम्मेलन करवाया जाए। इसकी जिम्मेवारी विधायकों की होगी। जिन हलकों में कांग्रेस के विधायक नहीं हैं वहां पर दूसरे चरण में कार्यकर्ता सम्मेलन करवाया जाने पर भी आम राय ली जा रही है।


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