किसान बोले-सीएम साहब. पिछले साल दा मुआवजा ते दे देयो
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर सिंह ने जालंधर और कपूरथला में सतलुज के साथ लगते बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का बुधवार को दौरा किया। मुख्यमंत्री अपने विमान से सुल्तानपुर लोधी पहुंचे। मंड क्षेत्र में पडते गाव पस्सन कदीम में पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह से किसान परमजीत सिंह व निशान सिंह ने कहा कि पिछले साल दा मुआवजा ते दे देयो।
जासं, जालंधर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर सिंह ने जालंधर और कपूरथला में सतलुज के साथ लगते बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का बुधवार को दौरा किया। मुख्यमंत्री अपने विमान से सुल्तानपुर लोधी पहुंचे। मंड क्षेत्र में पडते गाव पस्सन कदीम में पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह से किसान परमजीत सिंह व निशान सिंह ने कहा कि पिछले साल दा मुआवजा ते दे देयो। उन्हें जमीन के मालिकाना हक देकर जमीनों को पक्के तौर पर उनके नाम किया जाए। 2004 में पूर्व सीएम की ओर से सुल्तानपुर लोधी और तरनतारन को जोड़ने के लिए रखे गए नींव पत्थर पर काम शुरू करवा कर दरिया ब्यास पर पुल का निर्माण करवाया जाए। कैप्टन ने किसानों को मागे पूरी करने का भरोसा दिलाया और अधिकारियों को स्पैशल गिरदावरी करवा कर मुआवजा देने के आदेश दिए है।
भारी बारिश के कारण धुस्सी बाध के निकट ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। सीएम ने बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों से रिपोर्ट ली। बारिश रुकने और रोपड़ से पानी कम छोड़ने के बाद फिल्लौर और शाहकोट में अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। इस दौरान उन्होंने सुल्तान पुर लोधी के मंड क्षेत्र में किसानों से मुलाकात की। इससे अलावा सुबह बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए कैप्टन अम¨रदर अमृतसर पहुंचे। बुधवार को उन्होंने अपने टवीट् अकाऊंट पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि वह ब्यास नदी के आसपास हुए नुकसान का दौरा करने के लिए जा रहे हैं।
प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद सीएम गाव अमरकोट के लोगों की समस्याओं को सुनने पहुंचे। लोगों ने अलग-अलग सवाल किए और कैप्टन ने उनका जवाब भी दिया। यहा लोगों ने बताया कि नशे की समाप्ति के लिए वह सरकार की मदद कर रहे हैं।
ग रबीर के परिवार को मदद का किया ऐलान
अम¨रदर ने गाव वाड़ा तहसील भिखीविंड के परमजीत सिंह के परिवार से भी मुलाकात की। परमजीत का 18 साल का बेटा गुरबीर सिंह बीते दिनों बाढ़ के कारण मारा गया था। परिवार ने सहयोग माग नौकरी की बात की तो सीएम ने परिवार की बात को गौर से सुना और अधिकारियों को हरसंभव मदद का आदेश दिया। परिवार ने सीएम से नौकरी की माग रखी, लेकिन उनके परिवार में कोई दसवीं पास नहीं था इसलिए उन्होंने अपील की कि अच्छी नौकरी के लिए कोई न कोई दसवीं की शिक्षा को ग्रहण कर लें।