जालंधर में 15-18 साल के किशोरों को वैक्सीन लगाने की मुहिम तेज, विभाग के पास 65 हजार कोवैक्सीन डोज पड़ी
जालंधर में ओमिक्रोन के खतरे को टालने के लिए केंद्र सरकार 15-18 साल आयु वर्ग के किशोरों तथा बूस्टर डोज लगाने के लिए मुहिम तेज कर दी है। सेहत विभाग की ओर से जिले में 15-18 साल के करीब 1.10 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाने का लगाने का लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। ओमिक्रोन के खतरे के टालने के लिए केंद्र सरकार 15-18 साल आयु वर्ग के किशोरों तथा बूस्टर डोज लगाने के लिए मुहिम तेज कर दी है। 15-18 साल तक के बच्चों को वैक्सीन की डोज लगाने के लिए सेहत विभाग ने शहरी आबादी में चार सेंटर बनवाए हैं। बच्चों के लिए 65 हजार कोवैक्सीन डोज विभाग के स्टोर में है। सेहत विभाग की ओर से जिले में 15-18 साल के करीब 1.10 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाने का लगाने का लक्ष्य है। जिले में बूस्टर डोज चुनाव में ड्यूटी निभाने वाले स्टाफ, हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्करों सहित सह रोगों से पीडित 60 साल से अधिक आयु के मरीजों को दी जा रही है।
सामाजिक हित में और बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए उनका टीकाकरण करवाना बेहद जरूरी है। विभाग ने अभिभावकों को भी अपील की कि वह अपने बच्चों को टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करें। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राकेश चोपड़ा ने बताया कि जिले में सेहत कर्मियों की हड़ताल के चलते फिलहाल चार सेंटर बनाए जा रहे हैं। इनमें ईएसआई अस्पताल से सिटी डिस्पेंसरी नंबर 1 और 3, पीएचसी गढ़ा, पीएचसी मकसूदा, और श्री महावीर जैन स्कूल विजय नगर शामिल है।
देहात इलाकों में स्टाफ की सुविधा के अनुसार सेंटर शुरू किए हैं। जिले में 200 के करीब सेंटरों में वैक्सीन लगाई जा रही है। कोरोना को देखते हुए मास्क और शारीरिक दूरी बनाए रखने की नीतियों की सख्ती से पालना की जाएगी। विभाग के स्टोर में 61 हजार कोवेक्सीन की डोज पहुंच गई है। जिले में कोविड वैक्सीन की रोजाना दस हजार खुराक लगाई जा रही हैं। अब तक करीब 93 प्रतिशत से ज्यादा योग्य लाभपात्रियों को पहली तथा करीब 61 प्रतिशत को दूसरी डोज लग चुकी है।
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