सरकार का डंडा चला तो स्कूल-कालेजों में लगे फ्रीशिप कार्ड बनाने के कैंप
पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप का लाभ उन्हीं विद्यार्थियों को मिलेगा जिनके फ्रीशिप कार्ड बने होंगे। इस कार्ड को बनाने की अंतिम तिथि 30 नवंबर हैं मगर अभी भी बहुत से विद्यार्थियों के कार्ड नहीं बन पाए क्योंकि विद्यार्थियों को अभी तक स्कूल-कालेजों के बजाय बाहर से ही इंटरनेट कैफे व कंप्यूटर सेंटरों से 100 से 300 रुपये में फार्म भरवाने पड़ रहे थे।
अंकित शर्मा, जालंधर
पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप का लाभ उन्हीं विद्यार्थियों को मिलेगा, जिनके फ्रीशिप कार्ड बने होंगे। इस कार्ड को बनाने की अंतिम तिथि 30 नवंबर हैं, मगर अभी भी बहुत से विद्यार्थियों के कार्ड नहीं बन पाए क्योंकि विद्यार्थियों को अभी तक स्कूल-कालेजों के बजाय बाहर से ही इंटरनेट कैफे व कंप्यूटर सेंटरों से 100 से 300 रुपये में फार्म भरवाने पड़ रहे थे। ऐसे में कई बार इंटरनेट की समस्या तो कभी साइट की समस्या आने की वजह से कार्ड नहीं बन पा रहे थे। अब सरकार ने कालेजों पर डंडा चलाते हुए उन्हें ही विद्यार्थियों की इस समस्या का समाधान करने की जिम्मेदारी सौंपी है। यही कारण है कि अब विभिन्न कालेजों ने कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाने शुरू कर दिए। हाल ही में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कालेज लाडोवाली रोड की तरफ से निश्शुल्क फ्रीशिप कार्ड बनाने का कैंप लगाया गया। कैंप केवल यूनिवर्सिटी कालेज ही नहीं बल्कि सभी कालेजों के विद्यार्थियों के लिए लगाया गया था। अब सेंट सोल्जर ग्रुप की तरफ से भी अपने कालेजों में कार्ड बनाने के लिए कैंप शुरू कर दिया है।
सेंट सोल्जर ग्रुप के विद्यार्थी अनीश का कहना है कि उन्होंने बाहर से 200 रुपये खर्च करके कार्ड बनवाया। वहां पर भी दो दिन लग गए, क्योंकि कभी साइट क्रैश हो जाती थी तो कभी इंटरनेट की समस्या रहती थी। अनमोल और रुबीना का कहना है कि उनका अभी तक फ्रीशिप कार्ड बनाने के लिए फार्म नहीं भर पाया था, मगर अब कालेज में ही कैंप लगने की वजह से उन्हें सुविधा हुई। जीएनडीयू कालेज लाडोवाली रोड के नवदीप का कहना है कि कालेज में ही लगे कैंप के दौरान ही उन्हें कार्ड के लिए फार्म भरवा लिया।