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बस माफिया ने मंगवाई विशेष स्लीपर कोच, धड़ल्ले से कर रहे अवैध इंटर स्टेट बस परिचालन

निजी बस माफिया लोगों की मजबूरी का खूब फायदा उठा रहे है और उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश जाने के लिए प्रति यात्री से ढाई हजार रुपये तक वसूल रहे हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 12:54 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 12:54 PM (IST)
बस माफिया ने मंगवाई विशेष स्लीपर कोच, धड़ल्ले से कर रहे अवैध इंटर स्टेट बस परिचालन
बस माफिया ने मंगवाई विशेष स्लीपर कोच, धड़ल्ले से कर रहे अवैध इंटर स्टेट बस परिचालन

जालंधर,  मनुपाल शर्मा। पंजाब में सरकारी बस परिवहन जहां अभी भी इंटर स्टेट बस परिचालन के लिए सरकार की अनुमति का इंतजार कर रहा है। वहीं,  अवैध बस माफिया धड़ल्ले से इंटर स्टेट बसों को चलाकर चांदी कूट रहा है। यात्रियों की भारी तादाद को देखते हुए इंटर स्टेट ऑपरेशन चलाने वाले बस माफिया ने तो अब विशेष स्लीपर कोच ही मंगवा लिए हैं और जालंधर में रख दिए हैं। जालंधर के मोता सिंह नगर और बस स्टैंड के ठीक सामने स्थित फ्लाईओवर के नीचे निजी बस माफिया का बाजार बना हुआ नजर आ जाता है। यहां से रोजाना जम्मू, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा आदि के लिए धड़ल्ले से अवैध बसों का परिचालन किया जा रहा है।

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पंजाब रोडवेज लॉकडाउन खुलने के बाद लगातार यात्रियों की भारी किल्लत से जूझ रही है और अधिकारी इस बात की संभावना जता रहे हैं कि जब इंटर स्टेट बस ऑपरेशन शुरू हो जाएगा तो यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाएगी। लेकिन जब तक सरकारी इंटर स्टेट बस परिचालन शुरू नहीं हो रहा है, तब तक तो निजी बस माफिया पूरी तरह से हावी हो चुका है। पंजाब परिवहन विभाग के अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए धड़ल्ले से मनमर्जी के रेट पर यात्रियों को पंजाब से अन्य राज्यों में पहुंचा रहा है और वहां से यात्रियों को पंजाब ला रहे है। पंजाब रोडवेज के अधिकारी भी इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि अवैध बस माफिया ऑनलाइन यात्रियों की बुकिंग कर रहा है और अब तो माफिया ने पंजाब के विभिन्न जिलों में अपने ऑफिस खोलने शुरू कर दिए हैं।

निजी बस माफिया यात्रियों की मजबूरी का इस कदर फायदा उठा रहा है कि उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के लिए ही प्रति यात्री ढाई हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। इसके अलावा बिना बिल का सामान भी धड़ल्ले से एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचाया जा रहा है। सचिव व आरटीए कार्यालय कोरोना संक्रमण के चलते अपनी क्षमता के मुताबिक कार्य ही नहीं कर पा रहा है। अभी तक बिना बिल के माल पर जीएसटी विभाग की तरफ से भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।

समय-समय पर परिवहन विभाग को सूचित किया जाता है कि बस स्टैंड के आसपास अवैध बसों का परिचालन किया जा रहा है, इसे बंद करवाया जाए। एक बार कार्रवाई भी हुई और दो लाख जुर्माना वसूला गया, लेकिन उसके बावजूद भी अवैध बसों का ऑपरेशन बंद नहीं हुआ।

नवराज बातिश, जनरल मैनेजर, पंजाब रोडवेज जालंधर


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