गोराया में विवाद के बाद भिड़े बसपा व कांग्रेस नेता
गोराया मेन चौक से फिल्लौर की तरफ जा रही बोलेरो गाड़ी डिवाइडर से टकराकर दुकान के पास लगे पेड़ से जा टकराई।
संवाद सहयोगी, गोराया
गोराया मेन चौक से फिल्लौर की तरफ जा रही बोलेरो गाड़ी डिवाइडर से टकराकर दुकान के पास लगे पेड़ से जा टकराई। इसमें दो बाइक व एक स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई। गाड़ी में एक लड़का और लड़की सवार थे। पुलिस पहुंची तो गाड़ी चालक दुकानदार का नुकसान भरने को तैयार हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया।
इस दौरान युवक के समर्थन में कांग्रेस नेता और नगर कौंसिल प्रधान कमलदीप सिंह बिट्टू पहुंचे। उन्होंने दुकानदार को ही 30 हजार देने की बात कही, जिससे दुकानदार भड़क गए। इस दौरान दुकानदार के समर्थन में कुछ बसपा नेता पहुंच गए, जिसके बाद बसपा और कांग्रेसियों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। मामला बढ़ते देख एसएचओ केवल सिंह ने उन्हें थाने में बुलाया। थाने में पहुंचे नगर कौंसिल प्रधान कमलदीप सिंह बिट्टू पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि उनसे गाली-गलौज किया गया है। तकरीबन दो घंटे चले इस विवाद में पुलिस ने वीरवार शाम 5 बजे तक का समय दिया है। इसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
------- पंजाब यूटी मुलाजिम तथा पेंशनर सांझा फ्रंट की भूख हड़ताल शुरू जागरण संवाददाता, जालंधर
लंबित मांगों को लेकर पंजाब यूटी मुलाजिम तथा पेंशनर सांझा फ्रंट के सदस्यों ने बुधवार को डीसी ऑफिस के सामने क्रमवार भूख हड़ताल शुरू कर दी। इसके साथ मुलाजिमों ने 19 अक्टूबर से जेल भरो आंदोलन शुरू करने की घोषणा भी की। इस दौरान मास्टर गणेश भगत, कुलदीप सिंह, हरमोहन सिंह आहलूवालिया तथा सुखविदर सिंह मक्कड़ ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा मुलाजिमों की मांगों को लंबे अर्से से दरकिनार किया जा रहा।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान सरकार ने ठेके पर सेवाएं दे रहे मुलाजिमों को पक्का करने व जनवरी 2004 के बाद नियुक्त हुए मुलाजिमों को पुरानी पेंशन बहाल करने सहित कई मांगे पूरी करने का विश्वास दिलाया था। जिन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है। इसके रोष स्वरूप राज्य भर में 16 से लेकर 30 सितंबर तक क्रमवार भूख हड़ताल की जाएगी। इसके बाद भी अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 19 अक्टूबर से जेल भरो आंदोलन का आगाज किया जाएगा। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर उनके साथ हरिदर सिंह चीमा, प्यारा सिंह, सुखजीत सिंह, संजीव कुमारी, तीरथ सिंह बासी, वेद प्रकाश, बलविदर कुमार, जगतार सिंह, जगदीश सिंह व कश्मीर चंद्र मौजूद थे।